RANCHI : रि6स पिछले तीन दिनों से पानी के लिए तड़प रहा है। हॉस्पिटल के पेडियाट्रिक, गायनी और न्यूरो समेत कई वार्ड में पानी के लिए हाहाकार मचा है। पीने के लिए तो दूर शौचालय के लिए भी यहां पानी मयस्सर नहीं हो रहा है। कोई आधा किमी दूर से पानी लेकर आ रहा है तो कोई पानी से भरी बाल्टी लेकर चौथे तल्ले पर चढ़ रहा है, फिर भी मरीज व उनके परिजनों की मुसीबतें खत्म नहीं होने का नाम ले रही है। आखिर करें तो 1या करें? घर भी जा नहीं सकते, 1योंकि इलाज जो चल रहा है।

चापाकल बना सहारा

वाटर सप्लाई नहीं होने व बोरिंग का पानी नहीं चढ़ने की वजह से हॉस्पिटल कैंपस में पानी की किल्लत हुई है। ऐसे में मरीजों के लिए उनके परिजन हॉस्पिटल से करीब आधा किमी दूर स्थित एक चापाकल से पानी लेकर आ रहे हैं। उनकी मुसीबत यहीं खत्म नहीं होती है। इस पानी को लेकर उन्हें हॉस्पिटल के ऊपरी तल्ले पर भी चढ़ना पड़ है। वे तो बस इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि कब वार्ड में पानी की व्यवस्था सामान्य हो पाती है।

तीन वार्ड के मरीजों को ज्यादा मुसीबत

रि6स के चौथे तल्ले पर स्थित पेडियाट्रिक व गायनी वार्ड एवं तीसरे तल्ले के न्यूरो वार्ड के मरीजों व उनके परिजनों को पानी की सबसे ज्यादा किल्लत उठानी पड़ रही है। यहां वे बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। पीने के लिए वे मिनरल वाटर खरीदने को मजबूर हैं तो अन्य कामों के लिए चापानल से पानी लेकर आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें तीन दिनों से इलाज से ज्यादा पानी की चिंता सता रही है।

1यों हो रही है पानी की किल्लत?

वाटर सप्लाई के ठप रहने व डीप बोरिंग के फेल होने से ही रि6स कैंपस में पानी के लिए हाहाकार मचा है। गौरतलब है कि यहां वाटर एंड सैनिटेशन डिपार्टमेंट के जि6मे वाटर सप्लाई है। लेकिन, वह रेगुलर वाटर सप्लाई करने में विफल साबित हो रही है। सप्लाई का भी कोई टाइम फि1स्ड नहीं है। दूसरी तरफ, जब वाटर सप्लाई बाधित होती है तो डीप बोरिंग से भी पानी की आपूर्ति करने में हॉस्पिटल मैनेजमेंट लापरवाही बरत रहा है।