-सीएम ने सीएस को दिए निर्देश, आर्ट ऑफ लिविंग स्पेशलिस्ट्स की हेल्प ली जाएगी

DEHRADUN: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चीफ सेक्रेटरी एस रामास्वामी को निर्देश दिए हैं कि रिस्पना नदी को पुनर्जीवित किया जाए। देहरादून की नदियों को निर्मल व प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग से जुडे स्पेशलिस्ट की हेल्प ली जाएगी। सीएम गुरुवार को रिस्पना व सुसवा नदियों में स्वच्छता अभियान में प्रतिभाग के बाद सचिवालय में आर्ट ऑफ लिविंग के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में यह जानकारी दी।

उद्गम स्थल से होगी शुरुआत

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि रिस्पना व सुसवा नदी को पुनर्जीवित करने के लिए उसके उद्गम स्थल से शुरुआत की जाएगी। इसमें आर्ट ऑफ लिविंग से जुडे़ वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किए गए एंजाईम-कोएंजाईम का प्रयोग किया जाएगा, जो कि सोलिड वेस्ट व गंदे पानी से दुर्गंध दूर कर देता है और सोलिड वेस्ट को उर्वरक में परिवर्तित कर देता है। बताया गया कि इसके लिए इन नदियों में बहुत ही छोटे-छोटे चैक डैम बनाने पर अधिक अच्छा परिणाम मिलेगा। मुख्यमंत्री ने विवि को भी नदियों की निर्मलता के लिए अनुसंधान करने के लिए जोर देने के लिए कहा। प्रमुख सचिव आनंदवर्धन, आर्ट ऑफ लिविंग से जुड़े वैज्ञानिक अनिल कपूर, राजेंद्र धवन, अरविंद पांडे, आदि मौजूद रहे।

रिस्पना व सुसुवा में किया छिड़काव

बैठक से पहले सीएम ने रिस्पना नदी व सुसवा नदी में स्वच्छता कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान सीएम ने दोनों ही जगह एक विशेष जैविक पदार्थ का छिड़काव किया, जो प्रदूषण से नदी में आने वाली दुर्गंध को समाप्त कर देता है। सीएम ने कहा कि राज्य के शहरों व नदियों की स्वच्छता व निर्मलता के साथ ही उन्हें दुर्गन्ध मुक्त करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।

सहस्त्रधारा में किया गया ट्रायल

म ख्यमंत्री ने कहा कि प्रयोग के तौर पर कुछ दिन पूर्व सहस्त्रधारा रोड स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड में इस जैविक पदार्थ का छिड़काव किया गया था। जिससे वहां सफलता मिली थी। इसकी पुष्टि वहीं के स्थानीय लोगों द्वारा की गई है। इसी क्रम में बुधवार को विधानसभा के पास रिस्पना व सपेरा बस्ती के निकट सुसवा नदी में भी प्रयोग के तौर पर जैविक पदार्थ का छिड़काव किया गया है। बताया गया है कि इसमें सफलता मिलने के बाद यह छिड़काव बड़े पैमाने पर अभियान के रूप में किया जाएगा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, मदन कौशिक, डॉ। हरक सिंह रावत, अरविंद पाण्डे, विधायक उमेश शर्मा काउ आदि मौजूद रहे।

मांगी आरएफडी की रिपोर्ट

स एम ने एमडीडीए के अधिकारियों को देहरादून में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में किए गए कार्य व आगे की कार्ययोजना की रिपोर्ट मांगी।