उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र अब घर बैठे पेमेंट की देगा सुविधा

नए वित्तीय वर्ष में लागू हो जाएंगी सभी आनलाइन सुविधाएं

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ALLAHABAD: उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र देश का सबसे बड़ा डिजिटल केन्द्र बनने जा रहा है। अब यह केन्द्र अपने डिजिटल लुक से न केवल शहरियों को लुभाएगा, बल्कि देश के सात सांस्कृतिक केन्द्रों में ऐसा इकलौता केन्द्र बन जाएगा जहां कोई भी आयोजन कराने के लिए आप घर बैठे पेमेंट कर सकते हैं। यही नहीं केन्द्र की डिजिटल लाइब्रेरी में 19 साल से रखे आडियो-वीडियो और महत्वपूर्ण आयोजनों को भी आसानी से देख सकते हैं।

पेमेंट गेटवे की मिलेगी सुविधा

एनसीजेडसीसी में सबसे खास सुविधा आयोजनों को लेकर दी जाएगी। शिल्प हॉट या आडिटोरिम में कोई भी आयोजन कराने के लिए अब आपको सिर्फ आवेदन पत्र जमा करना होगा। एनसीजेडसीसी की वेबसाइट पर पेमेंट गेटवे की सुविधा दी जाएगी। उसके माध्यम से आयोजक अपने कार्ड के जरिए भुगतान कर सकेगा। यही नहीं पेमेंट गेटवे के जरिए चेक की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी।

घर से देखिए डिजिटल लाइब्रेरी

इस समय एनसीजेडसीसी की लाइब्रेरी को डिजिटल बनाने का काम चल रहा है। यहां कला व संस्कृति के 19 वर्षो में हुए आयोजनों के आडियो व वीडियो रखे हुए हैं। 15 जनवरी तक लाइबे्ररी को पूरी तरह से डिजिटल करने का लक्ष्य रखा गया है। फिर उसका वेबसाइट से लिंक कर दिया जाएगा। देश के किसी भी कोने में बैठकर आप लाइब्रेरी से आडियो व वीडियो को सुन व देख सकते हैं। हालांकि इसका कॉमर्शियल इस्तेमाल प्रतिबंधित रहेगा।

माघ मेले में ऐप की लांचिंग

एनसीजेडसीसी ने खुद का ऐप बनवाया है। ऐप के जरिए आयोजनों की फोटो व वीडियो को डाउनलोड करने की सुविधा दी जाएगी। माघ मेले में प्रतिवर्ष होने वाले आयोजन 'चलो मन गंगा यमुना तीर' के उद्घाटन अवसर पर ऐप को औपचारिक तौर पर लांच किया जाएगा।

डिजिटल सांस्कृतिक केन्द्र बनाने की दिशा में दो महीने से प्रयास किया जा रहा था। सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। वित्तीय वर्ष एक अप्रैल से 31 मार्च का होता है। इसलिए पांच अप्रैल तक पेमेंट गेटवे व डिजिटल लाइब्रेरी को जन-जन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

गौरव कृष्ण बंसल, निदेशक उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र