-20 दिनों से चल रही थीं तैयारियां, आधे-अधूरे सैलून का भी किया मुआयना

BAREILLY: एनईआर के जीएम ने थर्सडे कारखाने का वार्षिक निरीक्षण किया। निरीक्षण में खामियां मिलने पर जीएम ने नाराजगी जताई। जीएम ने आधे-अधूरे सैलून का भी मुआयना कर लिया। सैलून में डबल लेयर ग्लास के बजाय एक ही कांच लगाए जाने पर नाराजगी जताई। सैलून के 28 फरवरी तक तैयार होने की उम्मीद है। हालांकि, जीएम ने कारखाने में कोच और वैगन की ओवरहॉलिंग, मेंटीनेंस और अच्छे काम पर खुशी जताई और जमकर ईनामों की बारिश्ा भी की।

कई जगहों का किया निरीक्षण

जीएम वेडनसडे को चीफ इंजीनियर एके सिंह, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ललित मोहन झा, हेड चीफ इंजीनियर पीडी शर्मा और डीआरएम निखिल पांडेय आदि अधिकारियों के लाव-लश्कर के साथ यांत्रिक कारखाना पहुंचे। वर्कशॉप में बोगी फ्रेम शॉप, ट्रेन लाइटिंग शॉप, वैगन रिपेय¨रग, रोलर रिपेय¨रग, पेंट बेकिंग ओवन, लोहारखाना आदि का सघन मुआयना किया। रिपेय¨रग के दौरान कर्मचारियों की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए रिफ्रेशर कोर्स और विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम कराने के निर्देश दिए।

लक्ष्य से ज्यादा तैयार हुए कोच

इज्जत नगर कारखाने को रेलवे बोर्ड से मौजूदा वित्तीय वर्ष में प्रतिमाह 40 कोच की पीरियॉडिकल ओवरहॉलिंग के आधार पर 480 कोच तैयार करने का लक्ष्य मिला है, लेकिन 10 माह में कारखाने ने लक्ष्य से भी अधिक कोच तैयार करके रेलवे को सौंप दिए। अप्रैल से जनवरी तक 400 कोच तैयार करने थे, कारखाने ने 409 कोच तैयार किए। जीएम ने भविष्य में तैयार होने वाले सभी यात्री कोचों में मोबाइल चार्जिग प्वाइंट लगाने के निर्देश दिए। कारखाना और इज्जत नगर स्टेशन पर निरीक्षण के बाद जीएम परसाखेड़ा में निर्माणाधीन पूर्वोत्तर रेलवे के डेमू शेड का निरीक्षण करने पहुंचे, शेड के भीतर काफी धीमी चाल से निर्माण और बेस तैयार करने के काम पर नाराजगी जताई। निरीक्षण के दौरान मुख्य संरक्षा अधिकारी एनके अंबिकेश, स्टोर कंट्रोलर पीसी मिश्रा, चीफ इलेक्ट्रिक इंजीनियर योगेश अस्थाना, डॉ। एनपी पांडेय, एमके सिंह सहित मुख्यालय और इज्जत नगर मंडल के अधिकारी थे।