15 जनवरी को होने वाली बैठक में सेंटर्स को देना होगा प्रमाण-पत्र

Meerut। नकलविहीन परीक्षा कराने की शासन की मंशा पर स्कूल जमकर पलीता लगा रहे हैं। एग्जाम सेंटर्स ने डीएम के निर्देशों को भी ताक पर रख दिया है। तमाम कवायदों व निर्देशों के बावजूद जनपद में यूपी बोर्ड एग्जाम सेंटर्स पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाएं गए हैं। जबकि कुछ स्कूलों में मानकों के विपरीत दो-चार कैमरे लगवाकर खानापूर्ति कर ली गई है। गौरतलब है कि इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से उन्हीं स्कूलों को सेंटर बनाया जाना था, जिसमें सभी मानक पूरे हों। हालांकि यूपी बोर्ड ने स्कूलों से प्रमाण-पत्र भी मांगा है।

नहीं लगे कैमरे

यूपी बोर्ड की ओर से बनाएं गए 109 सेंटर्स बनाएं गए हैं। इनमें12 स्कूल ऐसे हैं, जहां कैमरे ही नहीं लगे हैं। जबकि कई स्कूलों में सिर्फ दो या चार कैमरे ही लगे हैं। जबकि बोर्ड की ओर से स्कूलों को निर्देश दिए गए थे कि सेंटर के सभी कक्षों के अलावा कार्यालय, प्रिंसिपल कक्ष व स्ट्रांग रूम में भी कैमरे लगे होने चाहिए ।

देंगे प्रमाण-पत्र

स्कूलों में सीसीटीवी को लेकर माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सेंटर्स से प्रमाण-पत्र की मांग की है। जिसमें स्कूलों को कैमरे की पूरी डिटेल्स विभाग को देनी होगी। इसके तहत सभी स्कूलों को एक परफार्मा दिया गया है, जिसमें मांगी गई सभी सूचनाओं के बारे जानकारी भी विभाग को देनी है। साथ ही स्कूलों को अपने यहां मौजूद सभी शिक्षकों व फोर्थ क्लास कर्मचारियों का पूरा ब्योरा भी विभाग को सौंपना होगा।

बनवान होगा आईकार्ड

बोर्ड की ओर से मिले निर्देशों के तहत इस बार परीक्षकों को भी अपना आईकार्ड बनवाना होगा। इसके लिए खासतौर से बोर्ड ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। आईकार्ड में सफेद शीट के बैकग्राउंड पर नीले रंग से नाम, कोड आदि छपवाना होगा। वहीं परीक्षकों को निर्देश हैं कि बिना आईकार्ड वह एग्जाम सेंटर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।

कैमरे के साथ कई अन्य बातों पर बैठक 15 जनवरी को होनी है। सभी स्कूलों को कैमरे लगवाने के स्पष्ट और कड़े निर्देश दे दिए गए हैं। जिन स्कूलों में निर्देश की अवेहलना की गई, उन पर कार्रवाई की जाएगी।

सरदार सिंह, डीआईओएस, मेरठ