ALLAHABAD: बैंकों के इंट्रेस्ट नहीं लेने से शहर में सीएनजी ऑटो-विक्रम का संचालन आसान नजर नहीं आ रहा है। प्रशासन द्वारा दबाव नहीं बनाने से बैंक वाहन मालिकों का फाइनेंस करने को तैयार नही हो रहे हैं। ऐसे में समय सीमा समाप्त होने के बावजूद शहर में सैकड़ों की संख्या में डीजल-पेट्रोल वाहन सवारी ढो रहे हैं। वहीं जो बंद हो गए हैं उनके मालिक भुखमरी की कगार पर आ गए हैं। वाहन चालकों ने कमिश्नर से बैंकों से फाइनेंस कराने की अपील की है।

 

बीस सितंबर तक बंद होने थे हजार वाहन

पिछली आरटीए की बैठक में कमिश्नर डॉ। आशीष गोयल ने कहा था कि 20 सितंबर तक यूपी 70 सीटी सीरीज के आटो-टैंपो बंद कर दिए जाएंगे। इनकी जगह सीएनजी वाहन सवारी ढोएंगे। लेकिन मियाद पूरी होने के बाद भी अवैध तरीके से यह वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। इनके मालिकों का कहना है कि बैंकों द्वारा सीएनजी वाहन फाइनेंस नहीं किए जाने से हमें ऐसा करना पड़ रहा है। अगर वाहन चलाना बंद कर दिया तो परिवार का पेट भरना मुश्किल हो जाएगा। शहर में कुल 5400 वाहनों का परमिट है। इनमें से पांच सौ ही सीएनजी में कन्वर्ट हो सकी हैं। बाकी वाहनों को बदलने के लिए बैंक की सहायता लेना जरूरी है।

 

बैठक हो जाए तो बात बने

बता दें कि पिछली आरटीए की बैठक में बैंकों के साथ बैठक किए जाने का निर्णय लिया गया था, जिसका अभी तक पालन नही हो सका है। ऐसे में बैंक फाइनेंस को तैयार नहीं हो रहे हैं। ऑटो-टैंपो यूनियन पदाधिकारियों का कहना है कि प्रशासन बैंकों पर दबाव बनाए तो शहर में सीएनजी गाडि़यों के लिए फाइनेंस शुरू हो जाएगा। इसके बाद पुरानी पेट्रोल-डीजल वाहनों की जगह सड़कों पर सीएनजी वाहन दौड़ने लगेंगे। शुक्रवार को होने वाली आरटीए की बैठक में इस मामले को कमिश्नर से डिस्कस किया जाना है।

 

जिनके वाहन सीएनजी में कनवर्ट होने वाले हैं, उनको काफी दिक्कत हो रही है। बैंक उनका फाइनेंस नही कर रहे हैं। इससे प्रक्रिया में देरी हो रही है।

रमाकांत रावत, महामंत्री, टैंपो-टैक्सी यूनियन

 

पिछली बैठक में बैंकों के साथ मीटिंग कर फाइनेंस की समस्या को दूर करने की बात कही गई थी। अभी तक बैठक नही हुई है, जिससे लोग परेशान हैं।

ननकऊ मिश्रा, टैंपो मालिक

 

सैकड़ों टैंपो-टैक्सी शहर से बाहर किए जा रहे हैं। इनकी जगह अगर सीएनजी वाहन फाइनेंस नही हुए तो ड्राइवर और मालिकों की आर्थिक स्थिति खराब हो जाएगी।

शैलेंद्र श्रीवास्तव, टैंपो मालिक

 

टैंपो मालिक फाइनेंस के लिए बैंकों का चक्कर काट रहे हैं लेकिन सुनवाई नही हो रही है। अगर प्रशासन दबाव बनाए तो हमारी समस्या का समाधान हो सकता है।

चुन्नू शुक्ला, टैंपो मालिक

 

प्रशासन चाहता है कि पेट्रोल और डीजल से चलने वाली आटो और टैंपो सीएनजी में कनवर्ट हो जाएं। लेकिन, इसके लिए बैंकों को फाइनेंस भी करना होगा। वरना कैसे होगी खरीद।

भाईजी, टैंपो मालिक