- हैलट के रेडियोडायग्नोसिस विभाग में अल्ट्रासाउंड के लिए भी हफ्ते भर की वेटिंग

-कई स्पेशलाइज्ड जांचों के लिए 15 दिन तक का लगता है वक्त, मरीजों का हाल खराब

KANPUR: शहर ही नहीं बल्कि प्रदेश के बड़े अस्पतालों में शुमार हैलट हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड जैसी जांच के लिए भी पेशेंट को हफ्ते भर की वेटिंग दी जा रही है। ऐसे में पेशेंट अगर ज्यादा सीरियस है तो उसे प्राइवेट इमेजिंग लैब में ही टेस्ट कराना पड़ेगा। नहीं तो जो तारीख दी गई है उस पर आना होगा। और उस दी गई तारीख पर भी टेस्ट हो जाएगा इसकी श्योरिटी भी नहीं है। क्योंकि अल्ट्रासाउंड की सिर्फ एक मशीन ही चलती है। इसके अलावा कई दूसरी भी स्पेशलाइज्ड जांचे हैं। जिन्हें कराने के लिए क्भ् से ख्0 दिन आगे की तारीख मिलती है। यह हाल तब है जब इस डिपार्टमेंट से सबसे ज्यादा यूजरचार्ज हैलट को ि1मलता है।

इन जांचों में लंबी वेटिंग

- अल्ट्रासाउंड

- आईबीपी

- एचएसजी

- पीसीसी

- इसके अलावा अल्ट्रासाउंड गाइडेड कई प्रोजीसर भी रेडियोडायग्नोसिस विभाग में होते हैं, जिनके लिए लंबी वेटिंग हाेती है।

मेंटीनेंस की दिक्कत

हैलट के रेडियोडायग्नोसिस विभाग में अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, डिजिटल एक्सरे जैसी जांचे होती हैं। इनसे हर साल हैलट को यूजर चार्ज के रूप में लाखों की कमाई भी होती है। फिर भी मेंटीनेंस के अभाव में एक्सरे मशीन खराब पड़ी है और पोर्टेबल एक्सरे मशीन से एक्सरे करना पड़ता है। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड मशीने भी कई हैं लेकिन मेंटीनेंस के अभाव में मात्र एक मशीन से ही जांच होती है। जिसके लिए पेशेंट को सुबह 8.फ्0 बजे बुलाते हैं। क्क्.फ्0 बजे के करीब कोई पेशेंट आया तो उसका भी अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाता।

सीरियस पेशेंट्स की ज्यादा प्रॉब्लम

अल्ट्रासाउंड जैसी जांच के लिए हैलट में सबसे ज्यादा दिक्कत उन मरीजों को होती है जिन्हें जल्दी जांच की जरूरत होती है। क्योंकि अल्ट्रासाउंड सुबह के समय ही होते हैं ऐसे में ओपीडी व इनडोर पेशेंट्स दोनों की इसी वक्त जांच करनी होती है। ऐसे में रोज टेक्नीशियन से झगड़ा विवाद होता है। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी सीरियस पेशेंट़्स को होती है और मजबूर होकर उन्हें बाहर अल्ट्रासाउंड करना पड़ता है।

वर्जन-

रेडियोडायग्नोसिस विभाग में जांचों को लेकर कई समस्याएं है। जिसके संबंध में विभागाध्यक्ष से भी चर्चा हुई है। मरीजों की ज्यादा से ज्यादा जांच व्यवस्थित तरीके से हो सके इसके प्रयास किए जाएंगे।

- डॉ। आरसी गुप्ता, एसआईसी , एलएलआर हॉस्पिटल

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पब्लिक वर्जन-

हैलट ओपीडी में डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने पेट का अल्ट्रासाउंड कराने को कहा.अधीक्षक आफिस के पास अल्ट्रासाउंड कराने गए तो वहंा ब् दिन बुलाया गया

- रोहित

हैलट में अल्ट्रासाउंड कराने गए थे कर्मचारी बोले कि अगले हफ्ते आना। हमे जल्दी डॉक्टर को दिखाना था तो प्राइवेट में जांच करानी पड़ी।

- पार्वती

जहां एक्सरे होता है वहां के कर्मचारी ठीक से बात नहीं करते। सर्जरी विभाग में डॉक्टर ने स्टोन के लिए अल्ट्रासाउंड कराने को कहा क्क् बजे रसीद कटा कर पहुंचे तो जांच करने से मना कर दिया.

- संजीव

अल्ट्रासाउंड कराने में इतनी लंबी वेटिंग है। उर्सला में फ्री में यह जांच होती है तब भी हफ्ते भर का समय नहीं लगता। व्यवस्था सही करनी चाहिए।

- काजल

कानपुर कॉलिंग

क्या आपको भी हैलट हॉस्पिटल या फिर अन्य गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में किसी तरह की प्रॉब्लम फेस करनी पड़ी है। अगर हां तो टेक्स्ट, फोटो या फिर वीडियो के माध्यम से हमसे शेयर कर सकते हैं।