- एसआईटी के अफसरों ने घंटों की पूर्व नगर विकास सचिव से पूछताछ

- जल निगम में भर्तियों की प्रशासनिक स्वीकृति को लेकर पूछे कई सवाल

LUCKNOW :

सपा सरकार में नियमों को दरकिनार कर हुई 1300 भर्तियों के मामले में यूपी पुलिस की एसआईटी ने सोमवार को पूर्व नगर विकास सचिव एसपी सिंह से घंटों तक पूछताछ की। इसके साथ ही ओएसडी आफाक से गहन पूछताछ की गई। एसआईटी की दूसरी नोटिस के बाद गोमतीनगर के विभूति खंड स्थित एसआईटी मुख्यालय में पेश हुए एसपी सिंह जांच अधिकारियों के सवाल के जवाब देने मे हिचकिचाते रहे। उन्होंने पत्रावलियां देखने के बाद ही कोई पुख्ता जवाब देने की बात कही। सूत्रों की माने तो एसपी सिंह से पूछताछ के बाद अब पूर्व नगर विकास मंत्री एवं जल निगम के तत्कालीन अध्यक्ष आजम खान को मंगलवार को नोटिस जारी करने की तैयारी है। नोटिस उनके रामपुर और लखनऊ के पते पर भेजी जाएगी जिसमें उनसे एक हफ्ते के भीतर एसआईटी मुख्यालय पेश होने को कहा जाएगा।

'दैनिक जागरण आईनेक्स्ट' ने किया था खुलासा

ध्यान रहे कि 'दैनिक जागरण आई नेक्स्ट' ने विगत 11 जनवरी के अंक में पूर्व नगर विकास सचिव एसपी सिंह को एसआईटी द्वारा पूछताछ के लिए नोटिस दिए जाने का खुलासा किया था। इसके बाद एसपी सिंह आज एसआईटी मुख्यालय में पेश हुए जहां अधिकारियों ने उनसे जल निगम में भर्तियों को लेकर शासन स्तर पर दी गयी प्रशासनिक स्वीकृतियों के बाबत कई सवाल पूछे। उन्होंने जांच अधिकारियों को बताया कि ज्यादातर स्वीकृतियां कैबिनेट और वित्त विभाग की सहमति के बाद जारी की गयी थी। उनकी इसमें कोई सीधी भूमिका नहीं थी क्योंकि जल निगम स्वायत्त संस्था है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि जल निगम में भर्तियों को लेकर ज्यादातर फैसले शासन स्तर पर लिये गये क्योंकि निगम के पास कोई आर्थिक निर्णय लेने का अधिकार नहीं था। सुबूत के तौर पर उन्हें कई पत्रावलियां भी दिखाई गयी जिसमें उनके हस्ताक्षर थे। एसआईटी ने उनके सामने एक दर्जन सवालों की फेहरिस्त भी रख दी जिसके जवाबों के आधार पर उनका बयान दर्ज किया गया।

आजम के खास अफसर

दरअसल एसपी सिह को आजम खान के खास अफसरों में शुमार किया जाता था। हालत यह थी कि उनके सचिव बनने के बाद नगर विकास विभाग में चार साल तक किसी को प्रमुख सचिव नहीं बनाया गया। वर्ष 2014 में एसपी सिंह के रिटायर होने के बाद भी उन्हें सेवा विस्तार देकर सचिव की कुर्सी पर काबिज रखा गया। जल निगम में भर्तियां भी उनके ही कार्यकाल में हुई थी। इस मामले में एसआईटी अब तक जल निगम के तत्कालीन एमडी पीके आसुदानी समेत आठ अफसरों से पूछताछ कर बयान दर्ज कर चुकी है। एसपी सिंह का बयान होने के बाद अब पूर्व काबीना मंत्री आजम खान को तलब कर पूछताछ करने की तैयारी है।

- 1300 भर्तियों में पिछली सरकार में जल निगम में हुआ था खेल

- 122 सहायक अभियंताओं को सरकार कर चुकी है बर्खास्त

- 22 सितंबर को एसआईटी का जल निगम मुख्यालय में छापा

- 05 दिसंबर को तत्कालीन एमडी पीके आसुदानी से पूछताछ

- 08 अफसरों के बयान एसआईटी कर चुकी है दर्ज

इन पदों पर हुई थी भर्तियां

- 122 सहायक अभियंता

- 853 अवर अभियंता

- 335 नैतिक लिपिक

- 32 आशुलिपिक