PATNA : पशु अस्पतालों में हमेशा 42 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध रहेंगी। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने पशु अस्पतालों में 42 प्रकार की दवाइयां रखना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही अस्पताल के सूचना पट पर दवाओं का नाम भी अंकित करना होगा। पशु अस्पतालों में दवाइयां नहीं होने की शिकायत आम बात है। जबकि, सरकार की तरफ से सभी जिलों को पशु अस्पतालों के लिए दवाइयां खरीदने के लिए भरपूर राशि मुहैया कराई जाती है। इसके बावजूद दर के मसले पर दवा क्रय में पेंच फंस जाता है।

दवाइयां खरीदने के लिए दिए निर्देश

पिछले कई सालों से दवाइयां खरीदने की प्रक्रिया की सुगबुगाहट शुरू होती है। इस वजह से अधिकांश जिले दवा मद में आवंटित राशि का शत प्रतिशत इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। मुख्यालय स्तर पर 13 दवाइयों का टेंडर फाइनल किया गया। इन दवाओं की सूची सभी जिलों में भेज दी गई। आवंटित राशि में से 60 फीसद हिस्सा 13 दवाओं को खरीदने पर खर्च करने के निर्देश दिए गए। शेष 29 दवाइयों के खरीदने पर बची चालीस फीसद राशि व्यय करने के निर्देश दिए गए। जिला पशुपालन पदाधिकारियों को स्पष्ट रूप अस्पताल में 42 प्रकार की दवाइयों की उपल?धता सुनिश्चित कराने को कहा गया है।