- तीस लाख का बजट पास, जल्द ही बटेंगे पुरस्कार

- 2003 से बजट की वजह से नहीं बटें अकादमी अवॉर्ड

LUCKNOW: संगीत नाटक अकादमी में 2003 से बजट के चलते रुके अकादमी अवॉर्ड बहुत ही जल्द बांटे जाएंगे। बजट के लिए अनुपूरक बजट में 30 लाख रुपये दिये गये हैं। इससे एक तरफ कलाकारों में खुशी है तो वहीं अवॉर्ड बांटे जाने की प्रक्रिया भी तेज हो गई। बता दें कि संगीत नाटक अकादमी की ओर से कलाकारों को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने के अकादमी अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है। पिछले लगभग 13 सालों से यह अवॉर्ड नहीं बांटे गये हैं।

सितंबर के अंतिम सप्ताह तक

विभिन्न कलाओं के लिए प्रतिवर्ष मिलने वाले इस प्रतिष्ठित पुरस्कार का वितरण वर्ष 2003 से नहीं हुआ था। जबकि वर्ष 2008 तक के लिए इनके विजेताओं के नाम घोषित हो चुके हैं। इस बारे में संस्कृति विभाग के एक पदाधिकारी ने बताया कि संगीत नाटक अकादमी पुरस्कारों के लिए 30 लाख रुपए का अनुपूरक बजट पास हो गया है। हालांकि इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को बंटने में अभी एक माह से ज्यादा का समय लग सकता है। सितंबर के अंतिम सप्ताह तक वितरण हो सकता है।

कलाकारों ने बताई अपनी जीत

पुरस्कार वितरण को लेकर कलाकारों ने समय-समय पर अपना विरोध भी दर्ज कराया था। कलाकारों का कहना था कि सरकार एक ओर यश भारती पुरस्कारों के लिए लाखों रुपये बांट रही है, वहीं मात्र दस हजार रुपये की राशि वाले पुरस्कार का वितरण बजट के कारण नहीं हो पा रहा है। कलाकारों के लिए काम करने वाली कलाकार एसोसिएशन ने कई बार धरना प्रदर्शन और हस्ताक्षर अभियान भी चलाया है।

इनका हो चुका है निधन

संगीत नाटक अकादमी के अकादमी पुरस्कार के समय से न बटने पर अकादमी पुरस्कार के लिए नामित कई कलाकारों का निधन हो चुका है। जिसमें शहर के वरिष्ठ रंगकर्मी जुगल किशोर, कथक कलाकार अर्जुन मिश्र और बनारस के सितार वादक पं। अमरनाथ मिश्र शामिल हैं।

अनुपूरक बजट में अकादमी अवॉर्ड के लिए 30 लाख रुपये मिले हैं। जैसे ही वो संस्कृति विभाग से अकादमी के खाते में आ जाएंगे, हम कार्य योजना बना कर अवॉर्ड का वितरण जल्द से जल्द करवाएंगे।

- अच्छे लाल सोनी,

एसएनए अध्यक्ष