- अगले साल के बजाए बीच में ही आयोजित होंगे एग्जके

- एलयू की परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया निर्णय

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में अब फाइनल सेमेस्टर में इयर बैक से परेशान स्टूडेंट्स का पूरा साल नहीं बर्बाद होगा। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यूजी और पीजी में फाइल एग्जाम में बैक आने वाले सभी स्टूडेंट्स का एग्जाम उसी साल आयोजित कराने का निर्णय लिया है। बता दें कि अभी तक एलयू में फाइनल सेमेस्टर और एग्जाम में फेल होने वाले स्टूडेंट्स को एग्जाम क्लियर करने के लिए अगले साल का इंतजार करना पड़ता था। इसके अलावा यूनिवर्सिटी एक मंथ के भीतर ही इन स्टूडेंट्स के बैक एग्जाम के रिजल्ट जारी कर मार्कशीट भी मुहैया करा देगी ताकि स्टूडेंट्स आगे एडमिशन या फिर जॉब कर सके। एलयू में वीसी प्रो। एसबी निमसे की अध्यक्षता में मंडे को आयोजित परीक्षा समिति की बैठक में इस पर फैसला लिया गया।

इसी सेशन से लागू होगा नियम

लखनऊ यूनिवर्सिटी में मौजूदा समय में पीजी के सभी कोर्सेस के साथ यूजी के कुछ कोर्सेस जैसे बीसीए, बीबीए, बीकॉम ऑनर्स और बीवोर्क में सेमेस्टर सिस्टम के तहत एग्जाम आयोजित होता है। इसी साल बीसीए के स्टूडेंट्स के प्रदर्शन के बाद यूनिवर्सिटी ने उनका स्पेशल बैक एग्जाम आयोजित कराया था। इसके बाद सभी कोर्सेस में इसकी मांग उठने लगी थी। इस नियम के अनुसार, अब जितने भी स्टूडेंट्स की इस साल लास्ट सेमेस्टर में बैक लगेगा, उनका एनुअल एग्जाम के कोर्सेज की तरह पहले ही बैक पेपर करा दिए जाएंगे।

ग्रेड के साथ स्कोर भी होगा जारी

वहीं, एलयू के साइंस और एमबीए मेंच्च्वाइस बेस्ट क्रेडिट सिस्टम के नियम में भी बदलाव किया गया है। सीबीसीएस लागू होने के बाद स्टूडेंट्स को मार्कशीट पर केवल ग्रेड जारी किए जा रहे थे। इस कारण से स्टूडेंट्स को दूसरी जगह एडमिशन नहीं मिल रहा था। ऐसे में अब यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के मार्कशीट्स पर ग्रेड के साथ-साथ स्कोर कार्ड भी जारी किया जाएगा। इन दोनों के अलावा स्टूडेंट्स का सीजीपीए भी होगा। ऐसे में स्टूडेंट्स को दूसरे कॉलेज व यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने में कोई प्रॉब्लम नहीं होगी।

4.5 सीजीपीए की बाध्यता समाप्त

इसके अलावा परीक्षा समिति ने सीबीसीएस के नियमों में भी संशोधन कर दिया है। इसके तहत अब स्टूडेंट्स को 4.5 सीजीपीए लाने की बाध्यता नहीं होगी। ऐसे में इस नियम से जिन छात्रों की इयर बैक आई थी, उन्हें पास कर अगली क्लास में प्रमोट कर दिया जाएगा। बैठक में निर्णय हुआ कि क्लास प्रमोशन में जो पहले के नियम थे, उन्हीं के आधार पर अगली क्लास प्रमोट किया जाएगा। इसके बाद अब स्टूडेंट्स फ‌र्स्ट इयर में एक सेमेस्टर में पास और एक में फेल है तो भी उसे थर्ड इयर में एडमिशन दे दिया जाएगा। इससे साइंस फैकल्टी के 50 से अधिक स्टूडेंट्स अब अगली क्लास में डायरेक्ट प्रमोट कर दिए जाएंगे।