- 24 घंटे पटना जंक्शन पर रहेगी बम स्क्वायड टीम, संदिग्ध सामान की तुरंत जांच कर सकेगी रेल पुलिस

- संदिग्ध ब्रीफकेस या बैग में बम है या नहीं 200 मीटर दूर से ही पता लगा लेगी पोर्टेबल एक्सरे मशीन

PATNA : पटना रेल पुलिस को अपनी एंटी बम स्क्वायड टीम मिल गई है। आतंकी हमलों और सुरक्षा-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पुलिस मुख्यालय की ओर से यह कार्रवाई की गई है। टीम को लेटेस्ट इक्वीपमेंट के साथ लैस किया गया है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने काफी रुपए खर्च किया है। साथ ही टीम में शामिल ऑफिसर और सिपाहियों को स्पेशल ट्रेनिंग भी दी गई है। संदिग्ध सामान का एक्सरे करना और बम को डिफ्यूज करने के तरीके भी उन्हें अच्छे से बताए गए हैं। खुद का एंटी बम स्क्वायड टीम मिलने से रेल पुलिस की स्ट्रेंथ पहले की अपेक्षा अब और ज्यादा मजबूत हो गई है। पटना जंक्शन सहित पटना डिस्ट्रिक्ट रेल पुलिस के तहत आने वाले सभी छोटे-बड़े स्टेशनों को इसका फायदा मिलेगा। साथ ही किसी भी प्रकार की इंफॉरमेशन मिलने पर फौरन कार्रवाई होगी।

ख्ब् घंटे पटना जंक्शन पर रहेगी टीम

बम स्क्वायड की टीम ख्ब् घंटे पटना जंक्शन पर तैनात रहेगी। इसके सारे इक्वीपमेंट्स रेल थाने में रखे रहेंगे। किसी भी प्रकार की इंफॉरमेशन मिलते ही टीम कार्रवाई शुरू कर देगी। पटना जंक्शन रेल स्टेशन परिसर में किसी भी प्रकार के संदिग्ध पर्सन और वस्तुओं की जांच के लिए रेल पुलिस या पैसेंजर्स को अब इंतजार करने की जरूरत नहीं है। संदिग्ध व्यक्ति और वस्तुओं की जांच इंफॉरमेशन मिलने के चंद मिनटों में ही शुरू हो जाएगी।

लेटेस्ट इक्वीपमेंट से लैस है टीम

रेल पुलिस के एंटी बम स्क्वायड टीम को लेटेस्ट इक्वीपमेंट्स दिए गए हैं, जिसमें सबसे खास पोर्टेबल एक्सरे मशीन है। इस मशीन के जरिए ख्00 मीटर की दूरी से टीम यह पता लगा सकती है कि संदिग्ध ब्रिफकेस या बैग के अंदर बम है या नहीं। इसके अलावे टीम को लेटेस्ट ट्रैक शूट, डिटेक्टर और दूसरे इक्वीपमेंट्स उपलब्ध कराए गए हैं। बम स्क्वायड में टोटल म् लोग हैं जिसमें क् सब इंस्पेक्टर, क् असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और ब् सिपाही शामिल हैं।

क्यों पड़ी जरूरत

ख्7 अक्टूबर ख्0क्फ् को पटना जंक्शन समेत गांधी मैदान में हुए सीरियल ब्लास्ट से रेल पुलिस ने खुद को मजबूत करने का प्लान किया। आतंकी हमले के दिन खुद का बम स्क्वायड नहीं होने के कारण रेल पुलिस को काफी परेशानी हुई थी। इसके बाद रेल एसपी उपेन्द्र कुमार सिन्हा ने अपने प्लान को लिखित रूप से एडीजी पीएन राय व पुलिस मुख्यालय को भेजा। इसके बाद ही पुलिस मुख्यालय ने रेल एसपी के प्लान पर कार्रवाई शुरू कर दी। इस बारे में रेल एसपी ने बताया कि एंटी बम स्क्वायड की टीम के लिए अलग से एक ब्07 गाड़ी रहेगी।

दूसरों से लेनी पड़ती थी हेल्प

पटना जंक्शन या रेल परिसर में किसी प्रकार के संदिग्ध सामान की जांच करने के लिए रेल पुलिस को दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता था। बम स्क्वायड की टीम बुलाने के लिए स्पेशल ब्रांच और पटना पुलिस से हेल्प लेनी पड़ती थी।