- एग्जिट पोल पर टिकी है सभी राजनीतिक दलों की नजर

- नौ मार्च तक उत्तराखंड में एग्जिट पोल पर रोक लगाने की सिफारिश

- मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने की चुनाव आयोग से सिफारिश

DEHRADUN: उत्तराखंड में 9 मार्च से पहले एक्जिट पोल के नतीजों को लेकर निर्वाचन आयोग के रुख से सभी राजनीतिक दलों की धड़कने बढ़ गई हैं। गौरतलब है कि हर बार चुनाव के दौरान होने वाले इस प्रकार के एग्जिट पोल से राजनीतिक दल अपनी आगे की रणनीति तय करते थे। उत्तराखंड में वोटिंग प्रतिशत बढ़ने से पहले ही राजनीतिक दलों की टेंशन बढ़ गई है, जिसको लेकर बीजेपी-कांग्रेस दोनों दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। दोनों दलों को एग्जिट पोल का इंतजार है।

कर्णप्रयाग में 9 मार्च को चुनाव

दरअसल मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त डॉ। नसीम जैदी से नौ मार्च तक उत्तराखंड में एग्जिट पोल पर रोक लगाने की सिफारिश की है। सीईओ रतूड़ी ने पत्र में कहा है कि आयोग ने उत्तराखंड में आठ मार्च तक एग्जिट पोल पर रोक लगाई है । राज्य में नौ मार्च को कर्णप्रयाग विधान सभा के लिए भी मतदान होना है। यदि मतदान के दौरान मीडिया किसी पार्टी को बहुमत दिखाने की बात करता है तो ऐसे में कर्णप्रयाग विस सीट पर मतदान प्रभावित हो सकता है। उन्होंने नौ मार्च को मतदान खत्म होने तक राज्य में एग्जिट पोल पर रोक लगाने की सिफारिश की है। आपको बता दें कि दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने पहले ही राजनीतिक दलों की आगे की रणनीति को लेकर खबर प्रकाशित की थी। जिसमें सर्वे की बात करने का दावा भी किया जा रहा है। इसके साथ ही एग्जिट पोल के नतीजों पर भी सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।

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कड़ी सुरक्षा में होगा मतदान

पुलिस ने कर्णप्रयाग सीट पर चुनाव में नई रणनीतियों को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का दावा किया है। पुलिस के अलावा दोगुनी पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात की गई है। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय और अंतर जनपदीय बॉर्डर पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। कर्णप्रयाग (चमोली) सीट पर 9 मार्च को मतदान होना है। ऐसे में यहां म्9 सीट पर मतदान के बाद सभी राजनीतिक दलों ने सीट जीतने के लिए पूरी ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। खासकर भाजपा और कांग्रेस इस सीट को हर हाल में अपने कब्जे में लेने की रणनीति बना रही है। ऐसे में प्रदेशभर के नेता और बड़ी रैलियां यहां आयोजित होनी तय हैं। पुलिस इन सभी व्यवस्थाओं और सुरक्षा के लिए सामान्य चुनाव से हटकर रणनीति बनाएगी। इसके लिए चमोली के एसपी और डीएम से सुरक्षा का खाका मांगा गया है। चमोली जनपद को आवंटित पैरा मिलिट्री फोर्स और पुलिस को भी यहां रोका गया है। यहां सर्विलांस टीम और फ्लाइंग स्क्वॉयड को भी तैनात किया जाएगा।