हेडिंग: चलने से पहले तीन साल लेट हो गई कानपुर मेट्रो

-- पहले आईआईटी से मोतीझील के बीच सितंबर,2021 से कानपुर मेट्रो दौड़ाए जाने की उम्मीद थी

-- सेंट्रल गवर्नमेंट के नई पॉलिसी लागू किए जाने से करीब तीन साल लेट हो गई कानपुर मेट्रो

-- कानपुर मेट्रो की रिवाइज डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट सौंपकर पहला टास्क पूरा किया राइट्स ने

KANPUR: सेंट्रल गवर्नमेंट की कम्पनी राइट्स लिमिटेड की सौपी गई रिवाइज्ड डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर मेट्रो तीन साल लेट हो चुकी है। 2021 में आईआईटी से मोतीझील के बीच दौड़ने वाली कानपुर मेट्रो अब वर्ष 2024 में चालू हो पाएगी। रिवाइज डीपीआर में इस प्रायोरिटी सेक्शन में सिविल वर्क जनवरी 2019 में शुरू होने का टास्क रखा गया है

पहला टॉस्क पूरा

कानपुर मेट्रो की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट स्टेट गवर्नमेंट ने 29 मार्च, 2016 को सेंट्रल गवर्नमेंट को सौंप दी। पर 2017 तक भी सेंट्रल गवर्नमेंट ने कानपुर मेट्रो की डीपीआर को ग्रीन सिग्नल नहीं दिया। अलबत्ता 16 अगस्त, 2017 को सेंट्रल गवर्नमेंट ने नई मेट्रो पॉलिसी लागू कर दी। इस पॉलिसी के मुताबिक ही कानपुर मेट्रो की डीपीआर रिवाइज करने के लिए 16 सितंबर,2017 को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट लौटा दी थी। रिवाइज डीपीआर तैयार करने के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट ने स्टेट गवर्नमेंट को 31 दिसंबर, 2017 तक का टास्क दिया है। डीपीआर रिवाइज के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट की कम्पनी राइट्स लिमिटेड के मोबिलिटी प्लान तैयार करने के लिए यूएमटीसी लगाई थी। उन्होंने 30 दिसंबर। 2017 को रिवाइज डीपीआर एलएमआरसी व केडीए को सौंप दी थी।

मई में केंद्र से अप्रूवल संभव

राइट्स की सौंपी गई कानपुर मेट्रो की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में ही स्टेट गवर्नमेंट से अप्रूवल मिल जाएगा। इसके लिए कोशिशें शुरू हो गई हैं। कानपुर में मेट्रो दौड़ाने की जिम्मेदारी संभाल रहे लखनऊ मेट्रो रेल कार्पोरेशन के एमडी कुमार केशव के मुताबिक डीपीआर को कैबिनेट से पास कराने के नोट तैयार किया जा चुका है। हालांकि सेंट्रल गवर्नमेंट से फाइनल अप्रूवल में अभी कई महीने लगने वाले है। राइट्स के टास्क के मुताबिक रिवाइज डीपीआर को सेंट्रल गवर्नमेंट से मई, 2018 में फाइनल अप्रूवल मिल जाएगा। हालांकि इस बीच इंटरिम कंसलटेंट और डीडीसी फॉर सिविल व‌र्क्स को नियुक्त कर लिए जाने का टारगेट रखा गया है।

अगले साल फाइल से बाहर आएगी

अभी एक साल तक कानपुर मेट्रो कागजों में ही दौड़ने की ही संभावना है। राइट्स की रिवाइज डीपीआर के मुताबिक जमीन पर काम अगले जनवरी से सिविल वर्क शुरू होने की उम्मीद है। यह कानपुर मेट्रो के प्रॉयोरिटी सेक्शन यानि आईआईटी से मोतीझील के बीच होगा। 9 किलोमीटर लंबे इस प्रायोरिटी सेक्शन के लिए बिड प्रॉसेज इसी साल जून में शुरू होने का दावा किया जा रहा है। प्रॉयोरिटी सेक्शन का काम जनवरी 2014 तक पूरा कर लिए जाने की उम्मीद है। पूर्व में सौंपी जा चुकी डीपीआर के मुताबिक आईआईटी से मोतीझील के बीच कानपुर मेट्रो सितंबर,2021 में दौड़नी थी। केडीए वीसी के.विजयेन्द्र पॉण्डियन ने बताया कि राइट्स ने डीपीआर सौंप दिया है। अब इस पर शासन लेवल पर ही काम हो रहा है।

कानपुर मेट्रो प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटेंशन शेड्यूल

टास्क-- पहले -- अब

डीपीआर फाइनल --अक्टूबर,2015 -- दिसंबर,2017

स्टेट गवर्नमेंट अप्रूवल ऑफ डीपीआर- दिसंबर, 2015-- जनवरी,2018

एप्वाइंटमेंट ऑफ इंटरिम कंसलटेंट-- अप्रैल,2016-- अप्रैल, 2018

एप्वाइंटमेंट ऑफ डीडीसी फॉर सिविल व‌र्क्स-- अप्रैल, 2016-- अप्रैल, 2018

फाइनल अप्रूवल ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट-- सितंबर,2016 -- मई, 2018

पैकेजिंग एंड इनविटेशन ऑफ बिड्स फॉर प्रायोरिटी सेक्शन-- जून, 2016-- जून,2018

कमेंसमेंट ऑफ सिविल व‌र्क्स ऑन प्रायोरिटी सेक्शन--सिंतबर, 2016-- जनवरी, 2019

कमेंसमेंट ऑफ आपरेशन-- सितंबर,2021-- जनवरी, 2024