PATNA : रेलवे सुरक्षा का टोल फ्री नंबर अब मजाक बनकर नहीं रहेगा। क्योंकि अब कोई यह नहीं पूछेगा कि बिहार में कलुआ का घर कहां है? न ही कोई अपने मोबाइल से कटा पैसा वापस मांगने की हिमाकत करेगा। क्योंकि टोल फ्री नंबर क्8ख् पर अब यदि किसी ने फर्जी कॉल कर परेशान किया या करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ न केवल कानूनी कार्रवाई की जाएगी बल्कि जांच में मामला सही पाया गया तो सलाखों के पीछे भी जाना पड़ सकता है। गौरतलब है कि अभी तक इस नंबर पर आए दिन असमाजिक तत्व फोन कर तंग करते थे इसके बाद भी उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा था।

खबर छपते ही लिया संज्ञान

मालूम हो कि रेलवे सुरक्षा की इस परेशानी को देखते हुए दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने क्म् फरवरी को 'साहब, कलुआ का घर कहां पड़ता है?' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसमें खुलासा किया था कि रेलवे सुरक्षा का टोल फ्री नंबर मजाक बनाकर रह गया है। ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को परेशानी के समय सुरक्षा मुहैया करने को लेकर इस नंबर को शुरू किया गया था, लेकिन लोग कॉल कर कलुआ का घर कहां पड़ता है। कोलकाता जाना है टिकट कंफर्म करा दीजिए। गिट्टी लेकर आ गए हैं कहां पर रखना है जैसे बेतुके सवाल करते थे। नतीजा, कंट्रोल रूम में काम करने वाले कर्मचारी परेशान हो गए थे। खबर प्रकाशित होने के बाद दानापुर मंडल के आरपीएफ कमांडेंट ने संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि यदि कोई शख्स ऐसा करते हुए पकड़ा जाता है तो पहले नोटिस भेजकर चेताया जाएगा। इसके बाद भी अगर कॉल आना बंद नहीं हुआ तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई तय है।

- हर दिन होता है नंबर नोट

अधिकारियों की मानें तो रेल सुरक्षा बल के टोल फ्री नंबर पर आने वाले सभी कॉल का रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है। इसमें फोन आए। कितनी देर बात हुई और क्या-क्या बात हुई इन सभी की सूची बनाई जा रही है। हर दिन आने वाले कॉल के रिकॉर्ड को दानापुर मंडल और हाजीपुर मुख्यालय के अधिकारियों के पास भेजा जाता है। वहां एक टीम इस पूरे मामले पर नजर रख रही है। जो कभी भी किसी के खिलाफ एक्शन लेने का आदेश जारी कर सकते हैं

रेल सुरक्षा बल के टोल फ्री नम्बर क्8ख् पर फर्जी कॉल कर परेशान करने वालों पर अब कार्रवाई की जाएगी। दो से अधिक बार फोन करने पर उनको नोटिस भेजकर चेताया जाएगा। उसके बाद भी लगातार कॉल करेंगे तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

- चंद्रमोहन मिश्रा, कमांडेंट, आरपीएफ, दानापुर मंडल