-आलमबाग में जमीन कब्जाने को लेकर सरेराह हुई फायरिंग के बाद एसएसपी का कड़ा रुख

-वकीलों, नेताओं, फर्जी सोसायटी और प्रॉपर्टी डीलर्स पर विशेष नजर

-सभी थानों में आने वाली एप्लीकेशंस को सूचीबद्ध करने का आदेश

-तीन से ज्यादा मामलों में लिप्त आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी

LUCKNOW: जमीनों पर कब्जे को लेकर हिंसक संघर्ष करने वालों, एक ही जमीन की कई-कई लोगों को रजिस्ट्री करने वालों और फर्जी वसीयत तैयार कर जमीन कब्जाने की कोशिश करने वालों की अब शामत आने वाली है। बीते दिनों आलमबाग में एक जमीन पर कब्जे को लेकर सरेराह हुई फायरिंग पर एसएसपी राजेश पांडेय ने बेहद सख्त रुख अख्तियार किया है। उन्होंने सभी एसओ व एसएचओ को निर्देश दिया है कि वे जमीन कब्जे व संपत्ति विवाद संबंधी सभी एप्लीकेशंस को एक रजिस्टर में दर्ज करें। यह काम खत्म करने के लिये एक महीने की मियाद तय की गई है। इसके साथ ही उनमें आरोपियों व उनके पेशे को भी सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया गया है। इस पूरी कवायद की निगरानी की जिम्मेदारी एरिया के सर्किल ऑफिसर्स (सीओ) के जिम्मे की गई है।

बीते एक साल खंगाला जायेगा इतिहास

एसएसपी राजेश पांडेय ने बताया कि कुछ हिस्ट्रीशीटर वकीलों, नेताओं व प्रॉपर्टी डीलर्स के खिलाफ लगातार अवैध कब्जे की शिकायतें मिल रही थीं। जिसकी वजह से शहर की शांति-व्यवस्था में खलल पड़ रहा है। इसी को देखते हुए सभी एसओ व एसएचओ को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने इलाकों में पिछले एक साल के भीतर आई अवैध कब्जेदारी, कब्जेदारी की कोशिश और संपत्ति विवाद की एप्लीकेशंस को एक रजिस्टर में लिस्टिंग किया जाए। इस रजिस्टर में उन एप्लीकेशंस पर हुई कार्रवाई व आरोपियों के नाम व उनका पेशा अंकित करना जरूरी होगा। इस लिस्ट में तीन से ज्यादा शिकायतों वाले आरोपियों को अलग से उल्लिखित करने का निर्देश दिया गया है।

तीन से ज्यादा शिकायत पर नपेंगे

एसएसपी पांडेय ने बताया कि उनके कार्यालय में आने वाली सभी एप्लीकेशंस को लिस्टिंग करने के निर्देश दिये गए हैं। वहीं, सभी थानों में यह काम एक महीने में पूरा होने के बाद सभी डाटा को डिस्ट्रिक्ट लेवल पर कंपाइल किया जाएगा। लिस्ट कंपाइल होने के बाद जिस शख्स के खिलाफ अवैध कब्जेदारी या कब्जे की कोशिश के तीन या उससे ज्यादा शिकायतें होंगी उनकी अलग से लिस्ट बनाई जाएगी और उनके खिलाफ भूमाफिया घोषित किया जाएगा और उनके खिलाफ गुंडा एक्ट या गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

फर्जी वसीयत तैयार करना पड़ेगा भारी

संपत्तियों पर अवैध कब्जे करने वालों की ही तरह फर्जी वसीयत बनाकर किसी भी प्लॉट या संपत्ति पर अपना हक जताने वाले जालसाजों की भी शामत आने वाली है। एसएसपी पांडेय ने बताया कि अमूमन देखा गया है कि पॉश एरिया में रहने वाले बुजुर्ग दंपति के बच्चे कहीं किसी दूसरे शहर या विदेश में नौकरी कर रहे होते हैं। उनके देहांत के बाद अचानक अज्ञात शख्स एक वसीयत लेकर सामने आता है और उनके मकान या प्लॉट पर अपना हक जताने लगता है। ऐसी भी शिकायतों को सूचीबद्ध करने का आदेश दिया गया है, साथ ही वसीयत दिखाने वाले शख्स की बैकग्राउंड व मृतक से उसके संबंध की भी छानबीन की जाएगी। अगर जानकारी में आया कि वसीयत फर्जी ढंग से बनाई गई है, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सोसायटियां नहीं कर सकेंगी 'खेल'

एसएसपी पांडेय ने बताया कि लखनऊ में कुछ दिनों के कार्यकाल में ही उन्हें तमाम ऐसी शिकायतें मिलीं हैं कि सोसायटी वालों ने एक-एक प्लॉट कई-कई लोगों को बेच डाले। अब आलम यह है कि एक प्लॉट के कई दावेदार घूम रहे हैं और उनके बीच संघर्ष की स्थिति बन रही है। इसी को देखते हुए इस तरह के फर्जीवाड़े करने वाले सोसायटी के संचालकों की भी लिस्ट बनाई जाएगी। लिस्ट बनने के बाद उन्हें भी भूमाफिया घोषित कर कार्रवाई की जाएगी।