- जिले के 2,975 परिषदीय स्कूलों में स्टूडेंट्स को मिलेगा आरओ वाटर

- दो करोड़ के डिमांड में शासन से आई पहली किश्त के लिए एक करोड़ पैतीस लाख रुपए

GORAKHPUR:

ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित परिषदीय स्कूल बिजली नहीं रहने की स्थिति में भी रात में जगमगाएंगे। स्कूलों में सोलर लाइट की व्यवस्था होने जा रही है। इसी के साथ अब शुद्ध जल की चिंता भी जाती रही है। सरकार सभी स्कूलों में स्टूडेंट्स के लिए आरओ वाटर की व्यवस्था करेगी। इसके लिए शासन ने सभी जिलों की पहली किश्त भी जारी कर दी है। यह प्रक्रिया मई माह के अंत तक पूरी कर ली जाएगी।

मिलेंगे 2 करोड़ 70 लाख

बेसिक शिक्षा कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, जिले के 2,975 परिषदीय स्कूलों में करीब सौ स्कूलों में फोटो वोल्टाइक प्लांट लगाए जाएंगे। यह प्लांट उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा विकास अभिकरण विभाग की तरफ से लगाया जाएगा। हर हाल में प्लांट लगाने का कार्य मई माह के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। योजना को पूरा कराने के लिए बेसिक विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग अपनी सहभागिता निभाएगा। राज्य के कई जिलों में इस प्लांट को लगाए जाने के लिए 2 करोड़ सत्तर लाख धनराशी की मांग की गयी थी। जिसमें शासन ने पहली किश्त एक करोड़ पैतीस लाख रुपए जारी कर दिया है। इसके तहत गोरखपुर जिले के 20 से 25 स्कूलों में आरओ व सोलर लाइट लगाया जाना है। अन्य स्कूलों में दूसरी किस्त जारी होने के बाद लगाया जाएगा। लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की माने तो स्कूल में लगाए जाने वाले आरओ और सोलर लाइट कितने दिनों तक टिकेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

हर ब्लॉक से पांच स्कूल

बेसिक शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, जिले के 20 ब्लॉकों में से हर ब्लाक से पांच-पांच स्कूलों में आरओ व सोलर लाइट लगाया जाएगा। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से स्कूलों का चयन शुरू कर दिया गया है। वहीं संबंधित अधिकारी और ब्लॉक के अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। बीएसए की मानें तो जिन अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। वह अगर इस योजना में हीलाहवाली किए तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

आरओ और सोलर लाइट लगाने के लिए पहली किस्त के रुपए आ गए हैं। पहली किस्त में 25 स्कूलों में आरओ व सोलर लाइट लगाए जाएंगे। स्कूलों का चयन शुरू हो गया है। 27 मई से लगना शुरू हो जाएगा।

- ओम प्रकाश यादव, बीएसए, बेसिक शिक्षा विभाग