- यूनिवर्सिटी ने तैयार किया प्रपोजल, छह जुलाई को कार्य परिषद में रखा जाएगा प्रपोजल

- एनसीटीई ने देश के सभी यूनिवर्सिटी को जारी किया था ऑर्डर

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में इस साल से एमएड के कोर्स को एक साल से बढ़ाकर दो साल कर दिया जाएगा। इस कोर्स की अवधि को बढ़ाने के लिए यूनिवर्सिटी के एजुकेशन डिपार्टमेंट ने प्रपोजल तैयार कर लिया है। जिसे मंजूरी के लिए छह जुलाई को होने वाले कार्य परिषद की बैठक में रखा जाएगा। अभी तक एलयू में एमएड का कोर्स एक साल का था। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) ने देश के सभी यूनिवर्सिटी को ऑर्डर जारी कर बीएड व एमएड कोर्स को एक साल से बढ़ाकर दो साल करने को कहा था। जिसके बाद प्रदेश के सभी बीएड कोर्स को एक साल से बढ़ाकर दो साल का कर दिया गया है। अब इसी कड़ी में एमएड कोर्स को भी दो साल का कर दिया गया है।

मंजूरी के बाद इस साल से होगा लागू

एजुकेशन डिपार्टमेंट ने एनसीटीई की गाइडलाइन के तहत बीएड के कोर्स की तरह ही एमएड के कोर्स को भी दो साल करने का प्रस्ताव बना लिया है। इसका प्रपोजल तैयार कर छह जुलाई को कार्य परिषद में रखा जाएगा। जहां पर इसे मंजूरी प्रदान करने के बाद इस सेशन से लखनऊ यूनिवर्सिटी व एफिलिएटेड कॉलेजों में एमएड को कोर्स दो साल का कर दिया जाएगा। इसके अलावा अभी तक यूनिवर्सिटी के अलावा तीन कॉलेजों में ही एमएड कोर्स संचालित किए जाते थे, कार्य परिषद में दो और अन्य कॉलेजों को एमएड कोर्स की मान्यता प्रदान करने का प्रस्ताव भी रखा जाएगा। इसके बाद से यूनिवर्सिटी के एमएड कोर्स संचालित करने वाले कॉलेजों की टोटल संख्या पांच हो जाएगी।

नया कोर्स भी हुआ तैयार

दो साल के एमएड कोर्स करने के साथ ही यूनिवर्सिटी ने एमएड का नया कोर्स भी तैयार कर लिया है। इसके लिए यूनिवर्सिटी की नए कोर्स में प्राइमरी एजुकेशन, सेकेंडरी एजुकेशन व हायर एजुकेशन से जुड़े टॉपिक को कोर्स में शामिल किया गया है। इसके अलावा बीएड के तर्ज पर एमएड के दो साल के कोर्स में स्टूडेंट्स के लिए प्रैक्टिकल की संख्या अधिक रखी गई है। साथ ही उन्हें इन कोर्स में ज्यादा से ज्यादा फील्ड वर्क भी करना होगा। एमएड के नए सिलेबस को भी मंजूरी के लिए इस वीक होने वाले कार्य परिषद में मंजूरी के लिए रखा जाएगा।

16 जुलाई को होगा एंट्रेंस एग्जाम

इस साल के एमएड कोर्स में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम 16 जुलाई को आयोजित किया जाएगा। इसके बाद स्टूडेंट्स को एंट्रेंस एग्जाम के बाद रिजल्ट जारी कर मेरिट तैयार की जाएगी। इसके बाद सभी सेलेक्टेड स्टूडेंट्स को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। इस बार एडमिशन लेने से पहले पहली बार स्टूडेंट्स के एकेडमिक इंडेक्स को भी देखा जाएगा कि वह पढ़ाई में कैसा रहा है। इसी के बाद स्टूडेंट्स को उसकी मेरिट के आधार पर यूनिवर्सिटी व एफिलिएटेड कॉलेजों में सीटें एलॉट की जाएगी।