- दर्जनों एरिया में सप्लाई वाटर सिस्टम ध्वस्त होने पर किया जाता है टैंकर का यूज

- प्राइवेट हाथ में जाने से पटनाइट्स को होती है परेशानी

- गवर्नमेंट सप्लाई के डर से बिजनेसमैन कम में दिया करते थे टैंकर

PATNA: गर्मी में परेशानी बढ़ने से वाटर बोर्ड ने आम लोगों को वाटर टैंकर नहीं देने का डिसीजन लिया है, क्योंकि लिकेज और पंप बैठ जाने से वाटर टैंकर को एरिया में भेजना पॉसिबल नहीं हो पाता है। ज्ञात हो कि वाटर बोर्ड के पास चार वाटर टैंकर है, जो घंटे और दिन के हिसाब से लोगों को किराए पर दी जाती है। वाटर बोर्ड के एग्जीक्यूटिव राजीव रंजन ने बताया कि गर्मी को देखते हुए यह डिसीजन लिया गया है। वाटर टैंकर आम पब्लिक को देना आसान नहीं है। जानकारी हो कि गर्मी को देखते हुए चारों सर्किल ने वाटर टैंकर आमलोगों को गर्मी में नहीं देने का डिसीजन लिया है, क्योंकि गर्मी में किसी वार्ड में पानी की कमी होने से वाटर टैंकर की जरूरत पड़ती है।

बिजनेसमैन की बढ़ेगी कमाई

ज्ञात हो कि निगम की ओर से पांच सौ रुपए में वाटर टैंकर उपलब्ध होने से बिजनेसमैन ने अपना रेट काफी घटा लिया था। एक बार फिर वाटर बोर्ड द्वारा टैंकर बंद करने से बिजनेसमैन की कमाई बढ़ेगी, साथ ही जमकर लूट भी मचेगी। जानकारी हो कि शादी समेत अन्य प्रोग्राम में वाटर टैंकर की जरूरत लोगों को पड़ती है, साथ ही कई वार्ड में अचानक पानी की कमी होने से वाटर टैंकर की मदद से पानी की परेशानी दूर किया जाता है।

पानी को लेकर जमकर लापरवाही

वाटर टैंकर के पानी को लेकर जमकर लापरवाही बरती जाती है। डायरेक्ट ग्राउंड वाटर निकालकर टैंकर भर दिया जाता है और सप्लाई कर दिया जाता है। इसका यूज पीने में भी होता है। इससे बीमार होने का खतरा रहता है, इसलिए वाटर बोर्ड और निगम की पानी की डिमांड अधिक होती है, क्योंकि इनके टैंकर के पानी को पूरी तरह से प्यूरीफाई कर दिया जाता है।