DEHRADUN: जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग वाटर प्रूफ ड्रोन खरीदने की तैयारी में है। अब यात्रा सीजन के दौरान केदारनाथ की गतिविधियों पर ड्रोन के जरिये नजर रखी जाएगी। इसके लिए बकायदा एक ड्रोन बनाने वाली कंपनी से संपर्क भी किया गया है। यह ड्रोन बारिश और बर्फबारी होने पर भी केदारनाथ से सीधी तस्वीरें जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग और देहरादून तक पहुंचाएगा। इससे पहले ड्रोन के जरिये दून तक लाइव तस्वीरें भेजने का ट्रायल सक्सेस रहा है।

 

पीएमओ ऑफिस से मंजूरी मिलने का इंतजार

जिला प्रशासन व डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी रुद्रप्रयाग इन दिनों ड्रोन के जरिए सीधे पीएमओ ऑफिस तक लाइव तस्वीरें भेजने के ट्रायल पर जुटा हुआ है। वेडनसडे व थर्सडे को तीन सदस्यीय इंजीनियरों की टीम ने केदारनाथ से रुद्रप्रयाग व देहरादून तक सीधी तस्वीरें भेजने में सफलता हासिल की। दावा किया जा रहा है कि अगले दो-तीन दिनों में पीएमओ ऑफिस दिल्ली तक केदारनाथ की लाइव तस्वीरें भेजी जाएंगी। पीएमओ ऑफिस से इसकी मंजूरी मिलने का इंतजार किया जा रहा है। रुद्रप्रयाग के डीएम मंगेश घिल्डियाल पहले ही बता चुके हैं कि 28 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो का लाइव तस्वीरों के जरिये जायजा लेंगे। हालांकि अब तक पीएमओ से इस प्रकार का प्लान नहीं आया है। लेकिन रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन व डीडीएमए इसकी तैयारी में जुटा हुआ है। थर्सडे को गढ़वाल कमिश्नर दिलीप जावलकर ने भी केदारनाथ की लाइव तस्वीरें देखीं।

 

वाटर प्रूफ ड्रोन खरीदने की तैयारी

जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग की कोशिश है कि यात्रा सीजन में ड्रोन के जरिये केदारनाथ यात्रा की निगरानी की जा सके। गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए 18 किलोमीटर की पैदल यात्रा चुनौती भरी है। बरसात के मौसम में यात्रा पर नजर रख पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसलिए अब जिला प्रशासन कोशिश में जुटा हुआ है कि ड्रोन के जरिए केदारनाथ यात्रा पर नजर रखी जा सके। इसके लिए वाटर प्रूफ ड्रोन खरीदने की तैयारी है। एक ड्रोन बनाने वाली कंपनी से संपर्क भी किया गया है। रुद्रप्रयाग डीडीएमए के प्रभारी भूपेंद्र नयाल ने बताया कि बरसात के मौसम में आम ड्रोन से यात्रा पर नजर रख पाना संभव नहीं है। इसके लिए वाटर प्रूफ ड्रोन खरीदने पर विचार किया जा रहा है।