-यशवंत सिन्हा को मिला शत्रुघ्न सिन्हा का साथ, लोकतंत्र की रक्षा के लिए किया आंदोलन का एलान

-राष्ट्रीय मंच की बैठक में यशवंत सिन्हा ने बीजेपी से तोड़ा नाता

क्कन्ञ्जहृन्: बीजेपी सरकार की खुलकर आलोचना करने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने शनिवार को बीजेपी से नाता तोड़ लिया। उन्होंने बताया कि किसी दूसरे दल में नहीं जाएंगे बल्कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए आंदोलन करेंगे। पटना के एसकेएम हॉल में राष्ट्रीय मंच की बैठक में सिन्हा ने कहा कि बीजेपी के साथ लंबे समय से रहे हैं और आज बीजेपी से संबंध तोड़ रहे हैं। 4 साल पहले चुनावी राजनीति छोड़ दी है। अब दलगत राजनीति से संन्यास ले रहे हैं।

देश के लिए धड़कता है दिल

पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा गठित राष्ट्रीय मंच के कार्यक्रम में राजद, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांगे्रस और रालोद के कई नेता शामिल हुए। सिन्हा ने कहा कि एनडीए सरकार के कारण देश में लोकतंत्र खतरे में है। देश की स्थिति चिंताजनक है। गुजरात चुनाव के कारण संसद का सत्र छोटा किया गया, देश में ऐसा कभी नहीं हुआ। मेरा दिल देश के लिए धड़कता है। लोकतंत्र बचाने के लिए आंदोलन करूंगा। आज जो कुछ हो रहा है, उसके खिलाफ यदि हम नहीं खड़े होते हैं तो आने वाली पीढि़यां हमें माफ नहीं

करेंगी। सिन्हा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का एक भाग सड़ गया है, जिससे बदबू आ रही है। पटना से मेरा शुरू से लगाव रहा है। यहीं पढ़ाई की है। इस दौरान उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा घबराएं नहीं, मैं

यहां से चुनाव नहीं पड़ूंगा। अन्य ने भी अपनी बातें रखीं।

पार्टी छोड़कर नहीं जाऊंगा

जबकि बीजेपी सांसद और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की सराहना करते हुए कहा कि वे बिहार की राजनीति के भविष्य हैं। यशवंत सिन्हा ने राजनीति से संन्यास लेकर सराहनीय काम किया है। अभिनेता शत्रुघ्न ने कहा कि बीजेपी छोड़ कर कहीं नहीं जाऊंगा। पार्टी में रहकर लोकतंत्र की रक्षा के लिए आवाज उठाता रहूंगा।

झूठ के सहारे सत्ता पर काबिज

वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी झूठ के सहारे सत्ता पर काबिज हो गई। केन्द्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को डरा- धमका कर चुप कराया जा रहा है। यशवंत सिन्हा ने लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए साहसिक कदम उठाया है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री रेणुका चौधरी, बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, सांसद संजय सिंह, आप नेता आशुतोष, दिनेश त्रिवेदी और जयंत चौधरी आदि ने भी अपनी बातें रखीं।