शासी निकास की बैठक में जताई गई ¨चता

लोहिया एवं इंदिरा आवास योजपना पर भी हुई चर्चा

फीरोजाबाद : राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों का गठन करने में जिला भले ही प्रदेश में अव्वल हो, लेकिन समूलों को ऋण दिलाने में फिसड्डी साबित हो रहा है। शनिवार को जिला ग्राम्य विकास अभिकरण की गवर्निंग बॉडी (शासी निकास) की बैठक में लोहिया आवास और इंदिरा आवास के साथ ही इस मुद्दे पर काफी चर्चा हुई।

बैठक सुबह साढ़े ग्यारह बजे कलक्ट्रेट सभागार में जिला पंचायत अध्यक्ष रमेश चंद्र चंचल की अध्यक्षता में शुरू हुई। संचालन करते हुए मुख्य विकास अधिकारी सुजीत कुमार ने बताया कि मनरेगा में इस साल अब तक 20 करोड़ 44 लाख रुपये जिले को मिले थे। जो पूरे खर्च कर लिए गए हैं। लोहिया आवास का लक्ष्य शासन ने 471 से बढ़ाकर 919 कर दिया है। इतने लाभार्थी खोज लिए गए हैं।

सांसद प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित सपा जिलाध्यक्ष डा। दिलीप यादव एवं जसराना विधायक रामवीर सिंह ने कहा कि कई पात्र व्यक्तियों को अब भी लाभ नहीं मिल सका है। उनका भी सत्यापन कराकर लाभ दिलाया जाए। सीडीओ ने बताया कि इंदिरा आवास योजना में 1357 लाभार्थियों का लक्ष्य मिला है। यदि लाभार्थी इससे अधिक मिले तो उन्हें भी लाभान्वित किया जा सकता है। सीडीओ ने बताया कि एनआरएलएम के अंतर्गत 225 के सापेक्ष 536 समूह गठन कर फीरोजाबाद प्रदेश में दूसरे तीसरे स्थान पर पहुंच गया है, लेकिन ऋण अभी तक मात्र 26 समूहों को ही मिला है।

बैठक में डीआरडीए में तैनात संख्या सहायक प्रमोद गौढ़ की प्रोन्नति का प्रस्ताव शासन को भेजने पर भी सहमति बनी। पीडी डीआरडीए सर्वेश चंद्र यादव, जिला विकास अधिकारी आरके राम, जिला उद्यान अधिकारी बलजीत सिंह, अधिशाषी अभियंता ¨सचाई अब्दुल लतीफ, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा। सुनील कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी अखिलेश पांडेय आदि मौजूद रहे।