Varanasi: बीएचयू में छेड़खानी की हुई घटना के बाद अगर वीसी मामले में हस्तक्षेप किये होते तो शायद यूनिवर्सिटी में हालात इतने न बिगड़ते। ये बातें शुक्रवार को यहां छेड़खानी के विरोध में हुए बवाल व लाठीचार्ज के मामले की जांच करने आई राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मीडिया से कहीं। उन्होंने बीएचयू वीसी को जांच के दायरे में लाने के लिए जल्द समन जारी कर उनसे पूछताछ किए जाने की भी बात कही। उन्होंने ये भी माना कि बीएचयू में छात्राओं संग छेड़खानी ज्यादा होती है। कहा कि छेड़खानी की घटना को हल्के में लेना और इसमें बाहरी लोगों का शामिल होना पूरे मामले के बड़ा होने की मुख्य वजह बना।

 

पीडि़ता से होगी पूछताछ

अपनी जांच पूरी करने के बाद शुक्रवार को उन्होंने सर्किट हाउस में कहा कि घटना के दिन अगर वीसी खुद मामले को लीड करते तो शायद ये बवाल न होता। उन्होंने कहा कि जिस लड़की संग छेड़खानी की घटना हुई वो काफी डरी हुई है और आयोग की टीम उससे बातचीत करने का प्रयास कर रही है।

 

लाठी कैसे चली, की जांच जारी

 

कैंपस में छात्रा के साथ हुई छेड़खानी के बाद उग्र हुई छात्राओं को काबू में करने केलिये पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। ऐसा किसके आदेश पर किया गया। यह अब तक साफ नहीं है। महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि जांच में ये तो पता चला है कि वीसी की तरफ से पुलिस प्रशासन को फोन किया गया था। जिसके बाद कैंपस में पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसके पहले लाठी कैसे चली और किसने चलाई? इसकी जांच की जा रही है।

 


जांच के साथ यूनिवर्सिटी को दे गई कई सुझाव

-छात्राओं से मिले फीडबैक के बाद महिला आयोग की अध्यक्ष ने बीएचयू प्रशासन से कैंपस में सुरक्षा बढ़ाने की कही बात

-ग‌र्ल्स को हॉस्टल से लाइब्रेरी लाने के लिए बस की सुविधा मुहैया कराने के साथ ही लाइब्रेरी को 24 घंटे खोलने के दिये सुझाव

 

 

VARANASI

बीएचयू प्रकरण की जांच के लिए बनारस आई राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा जांच पूरी करने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन को कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये हैं। उन्होंने बीएचयू प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने के साथ साथ बाहरी लोगों पर निगरानी बढ़ाने के लिए भी कहा है। साथ ही उन्होंने लाइब्रेरी को ख्ब् घंटे खोले जाने का सुझाव दिया है। इसके अलावा लड़कियों को हॉस्टल से लाइब्रेरी लाने के लिए बस की सुविधा देने की बात कही है। उन्होंने बताया कि हॉस्टल में आने के लिए लड़के और लड़कियों के अलग-अलग समय होने को लेकर सवाल उठाये गये हैं। जिस पर उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन को लड़के और लड़कियों के लिये हॉस्टल में आने का एक ही समय करने को कहा है।

 

 

कालिख पोतने की बात झूठी

महिला आयोग की अध्यक्ष ने यूनिवर्सिटी के कुछ स्टूडेंट्स की ओर से महामना की प्रतिमा पर कालिख पोते जाने की बात को गलत बताया है। उनका कहना था कि इस मामले में कोई सत्यता नहीं पायी गयी है। इसलिए इस मामले में आरोपी बनाये गए छात्रों पर से मुकदमा हटाया जायेगा।

 

सुरक्षा होगी और पुख्ता

प्रेस कांफ्रेंस में रेखा शर्मा ने कहा कि छेड़खानी की घटना के बाद मेन मुद्दा कैंपस में लड़कियों की सुरक्षा मजबूत करना है। इसलिए यूनिवर्सिटी को सुरक्षा की अच्छी व्यवस्था करने को कहा गया है। इसके लिए कैंपस में हाईटेक कैमरे लगाने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि नवीन हॉस्टल के पास परेशानी ज्यादा है और वहां सुरक्षा को लेकर बेहतर इंतजाम किया जा रहा है। इस हॉस्टल के पास से लड़कों को शिफ्ट कराया जायेगा। साथ ही हॉस्टल में जो बाहरी छात्र रह रहे हैं, उन्हें चिन्हित कर जल्द ही बाहर निकाला जायेगा।

 

कई लोगों से हुई पूछताछ

महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि अपने दो दिनी दौरे के दौरान उन्होंने बीएचयू में कई लोगों से बातचीत की। इसमें लड़कियां, लड़के, सामाजिक संगठन के लोग, पुलिस और बीएचयू स्टॉफ शामिल हैं। इसमें पूर्व चीफ प्रॉक्टर, महिला महाविद्यालय की प्राचार्य, हॉस्टल की वॉर्डन से भी पूछताछ की गई।

 

एसएसपी को बताई पूरी बात

बीएचयू में जांच को आई महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने शुक्रवार को एसएसपी आरके भारद्वाज से भी मुलाकात की। उन्होंने जांच के दौरान सामने आई सच्चाई एसएसपी को बताई। उन्होंने वीसी को पूरे मामले में दोषी माना है। जिसके बाद वीसी जीसी त्रिपाठी की परेशानी और बढ़ सकती है।