RANCHI वह वोट करेंगी आराम से, पीएम चुनेंगी इत्मीनान से। वोट देकर फिर से कॉलेज आने की उनकी टेंशन खत्म हो गई है। जी हां, हम यहां बात कर रहे हैं रिम्स के कॉलेज ऑफ नर्सिग की ख्भ्0 स्टूडेंट्स की, जिन्हें क्7 अप्रैल को वोट करने के लिए पूरे दिन की छुट्टी मिल गई है। बताते चलें कि पहले कॉलेज की प्रिंसिपल ममता टोप्पो ने उन्हें क्7 अप्रैल को बस दो घंटे मतदान करने के लिए दिए थे, जिसके बाद उन्हें वापस कॉलेज में लौट आना था। नर्सिग की स्टूडेंट्स इससे परेशान थीं। उन्होंने अपनी परेशानी मैसेज करके आई नेक्स्ट को बताई थी।

मिल गई पूरे दिन की छुट्टी

आई नेक्स्ट को मैसेज करनेवाली स्टूडेंट ने वेडनसडे की दोपहर क्ख् बजे फोन करके बताया कि 'सवाल अधिकार का है' नाम से फ्रंट पेज पर जो न्यूज छपी है, उसके बाद कॉलेज की प्रिंसिपल ममता टोप्पो ने स्टूडेंट्स को क्7 अप्रैल को पूरे दिन की छुट्टी दे दी है। स्टूडेंट ने बताया कि उन्हें ईस्टर की छुट्टी क्8 से ख्ख् अप्रैल तक मिलनी थी, पर अब इसे क्7 से ख्क् तक कर दिया गया है। इससे अब वह लोग आराम से वोट कर सकेंगी। पहले स्टूडेंट्स सोच रही थीं कि दो घंटे में बूथ खोजा जाएगा या फिर आएंगे और जाएंगे। लेकिन अब ऐसी कोई टेंशन नहीं है। बात खत्म करने के बाद स्टूडेंट ने हंसते हुए कहा : थैंक्यू आइर्1 नेक्स्ट।

क्या है मामला?

क्भ् अप्रैल की दोपहर में रिम्स के कॉलेज ऑफ नर्सिग की एक स्टूडेंट ने आई नेक्स्ट को एक मैसेज किया था। उसमें बताया गया था कि क्7 अप्रैल को उन्हें वोट करने के लिए सिर्फ दो घंटे का टाइम देने की बात कॉलेज की प्रिंसिपल ममता टोप्पो कह रही हैं। क्7 अप्रैल को मतदान के लिए उन्हें दिन के दस बजे से क्ख् बजे तक का समय दिया जा रहा है और इस टाइमिंग में उन्हें वोट डालने में दिक्कत होगी। रांची की लड़कियां तो किसी तरह से इस टाइम में मैनेज कर भी लेंगी, लेकिन गुमला, रामगढ़ और जमशेदपुर जैसी जगहों पर रहनेवाली लड़कियां इस टाइमिंग में मैनेज कैसे कर सकेंगी? स्टूडेंट ने कहा कि उस दिन दिनभर छुट्टी होनी चाहिए, क्योंकि यह दिन तो देश के पीएम के चुनाव का है। मैसेज मिलने के बाद जब स्टूडेंट से बात हुई तो उसने सबकी परेशानी बताई और यह भी बताया कि क्यों कॉलेज ऑफ नर्सिग की लड़कियां सामने नहीं आना चाहतीं, क्योंकि अगर वह मीडिया के सामने आईं, तो उन्हें टारगेट कर लिया जाएगा और इसका असर उनके रिजल्ट पर पड़ सकता है। इसके बाद आई नेक्स्ट ने रिम्स डायरेक्टर डॉ तुलसी महतो को लड़कियों की टेंशन की बात बताई थी तो उन्होंने कहा था कि ऐसी कोई बात नहीं है और लड़कियों को ऐसा कोई टाइम फ्रेम नहीं दिया गया है। पर चूंकि इमरजेंसी चलानी है, इसलिए उन्हें मतदान कर वापस लौटने को कहा गया है। रिम्स डायरेक्टर तुलसी महतो ने बताया कि क्7 अप्रैल को सबको छुट्टी दी गई है। उन्हें अपने विवेक के अनुसार केवल इमरजेंसी कार्य करना है।

'क्7 अप्रैल को सबको छुट्टी दी गई है। उन्हें केवल अपने विवेक के अनुसार इमरजेंसी कार्य करना है.'

डॉ प्रोफेसर तुलसी महतो डायरेक्टर रिम्स