-पंप मालिक ने नगर निगम को डीजल देने से किया इनकार

क्कन्ञ्जहृन्: इसे नगर निगम की लापरवाही कहे या मनमानी। सिटी अंचल की सफाई का काम ठप है। निगम की सफाई की गाडि़यां डीजल के अभाव में कचरा उठाने नहीं जा रही हैं। बकाया ज्यादा होने से पंप मालिक निगम की सफाई गाडि़यों को डीजल देने से मना कर दिए हैं। इससे निगम में हड़कंप मच गया। मेन रोड और गलियों से कचरा उठाना मुश्किल हो गया। यह मामला सिटी मैनेजर, ईओ से होते मेयर तक पहुंच गया है। इस दौरान रोड पर ट्रैक्टर और टीपर के खड़ा रहने से जाम की स्थिति बन गई है। बड़ी मशक्कत के बाद भुगतान करने के आश्वासन देने पर और पंप मालिकों से डीजल देने पर किसी तरह से सहमति बनी।

निगम पर डेढ़ करोड़ बकाया

पुरानी सिटी कोर्ट स्थित उमा पेट्रोल पंप के देवराज बल्लभ ने बताया कि नगर निगम के सिटी अंचल के यहां डीजल के मद में चार-पांच माह का करीब डेढ़ करोड़ रुपए बकाया है।

अधिकारी बने हैं उदासीन

पंप बंद होने के कगार पर पहुंच गया है। भुगतान को लेकर करीब एक-डेढ़ माह पूर्व भी नगर निगम को पत्र भेजा गया। तीन-चार दिनों पूर्व भी बकाया भुगतान करें वर्ना डीजल, पेट्रोल की आपूर्ति बंद करने के बाबत पत्र भेजा गया। फिर भी भुगतान की बात तो दूर, कोई अधिकारी-पदाधिकारी बात तक नहीं की। जब पेट्रोल पंप ही बंदी के कगार पर आ गया, तो मजबूरी में डीजल की आपूर्ति रोकनी पड़ी।

मेयर ने किया आग्रह

जब नगर निगम के ईओ अजय कुमार, सिटी मैनेजर रणधीर कुमार को जानकारी मिली कि डीजल की आपूर्ति बंद कर दी गई है, तो दोनों तुरंत इस संबंध में नगर आयुक्त केशव रंजन को वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया। मेयर और सिटी मैनेजर ने पंप मालिक को बकाया राशि भुगतान कराने का आश्वासन दिया। पंप के मालिक को बताया गया कि अभी स्वच्छता सर्वे होना है। यदि डीजल की आपूर्ति नहीं हुई तो प्रधान, मुख्य और संपर्क सड़क से कचरा नहीं उठने पर परेशानी होगी। इस कारण से ट्रैक्टर को डीजल देने पर सहमति बनी।

नहीं निकल सका ऑटो टीपर

प्रति ट्रैक्टर को 10 लीटर डीजल तो मिल गया, मगर ऑटो टीपर को ईधन नहीं मिलने से सिटी अंचल के कार्यालय परिसर में खड़े रह गए। कांपैक्टर भी नहीं निकल पाया।

भुगतान नहीं होने का कारण और उपलब्ध राशि को देख कर निर्णय लिया जाएगा। सफाई बाधित नहीं होने दिया जाएगा। पेट्रोल पंप ओनर को पेमेंट किया जाएगा।

-केशव रंजन, नगर निगम कमिश्नर

जैसे ही जानकारी मिली, पेट्रोल पंप मालिक और निगम कमिश्नर से बात कर ट्रैक्टर को डीजल दिलवाई हूं। भुगतान की दिशा में प्रयास जारी है।

-सीता साहू, मेयर