- एक वर्ष बीतने के बाद भी नहीं मिल सकी वृद्धावस्था पेंशन

-पैसे भी खर्च करने के बाद मिली तो सिर्फ मायूसी, अफसर नहीं करते हैं सुनवाई

<- एक वर्ष बीतने के बाद भी नहीं मिल सकी वृद्धावस्था पेंशन

-पैसे भी खर्च करने के बाद मिली तो सिर्फ मायूसी, अफसर नहीं करते हैं सुनवाई

BAREILLYBAREILLY :

प्रदेश सरकार की तरफ से दी जाने वाली वृद्धावस्था पेंशन भी पात्रों को नहीं मिल पा रही है। इसके लिए बुजुर्ग पात्र अफसरों के आफिस के चक्कर लगाकर थक चुके हैं। जिसमें कई ऐसे पात्र बुजुर्ग हैं, जिन्हें पेंशन के लिए अप्लाई किए हुए पूरा वर्ष बीत गया, लेकिन बाबुओं की टेबल से फाइल अफसरों तक नहीं पहुंच सकी। जिसके कारण उन्हें योजना का लाभ नहीं मिला। बुजुर्गो से पेंशन के नाम पर कई बार तो एजेंट ठगी तक कर लेते हैं।

केस नम्बर-क्

आंवला तहसील के गांव लीलौर सहसा निवासी रम्पा देवी पत्नी रामबिहारी ने बताया कि पति की मौत हो चुकी है, जिसके बाद वृद्धावस्था पेंशन के लिए अप्लाई किया था। सारे पेपर्स भी जमा किए, लेकिन एक वर्ष बीत चुका है। इसके बाद भी अभी तक कोई पैसा अकाउंट में नहीं आया है।

केस नम्बर-ख्

लीलौर सहसा गांव की ही इमरती देवी ने बताया कि उनके पति की दो वर्ष पहले मौत हो चुकी है। गांव के प्रधान से पता करने पर जानकारी मिली कि उन्हें वृद्धावस्था पेंशन मिल सकती है। जिसके लिए उन्होंने अप्लाई भी किया। इसके बाद भी आज तक पेंशन नहीं मिली है। पेंशन के लिए रोज-रोज दौड़ भाग करते हुए एक हजार रुपए से अधिक खर्च हो गए लेकिन, सुनवाई नहीं हुई।

केस नम्बर-फ्

नीरज देवी पति स्व। सूबेदार ंिसंह ने भी करीब आठ माह पहले वृद्धावस्था पेंशन के लिए ऑन लाइन अप्लाई कराया था, जिसमें जांच के बाद पेंशन अकाउंट में आने की जानकारी दी गई, लेकिन न तो अभी तक कोई जांच करने आया और न पेंशन मिली है।

केस नम्बर-ब्

आंवला के सहसा गांव निवासी ब्रह्मानन्दन शर्मा ने बताया कि उन्होंने तीन माह पहले गांव के प्रधान के माध्यम से वृद्धावस्था पेंशन के लिए ऑन लाइन अप्लाई किया था, लेकिन उसके बाद से कई बार पता किया तो जानकारी मिली की जांच के बाद पेंशन दी जाएगी। इसके बाद अभी तक कोई रिस्पांस नहीं मिला। पैसे भी खर्च हुए, लेकिन मिली तो सिर्फ मायूसी।