- बदन झुलसा देने वाली तपन से जन जीवन बेहाल

UNNAO : गर्मी का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। बदन झुलसा देने वाली तपन से जनजीवन बेहाल है। बेजुबान पशु पक्षी भी गर्मी के कहर से अछूते नहीं हैं। जिस तेजी से गर्मी बढ़ रही है, उसी तेजी से संक्रामक रोग भी बढ़ रहें हैं। डायरिया और वायरल बुखार का प्रकोप अपने चरम पर है। सरकारी हो या निजी अस्पताल सभी में डायरिया रोगियों की भरमार है। जिला अस्पताल में तो डायरिया रोगियों की भरमार से बेडों की कमी का संकट खड़ा हो गया है। सक्रामक रोगों के कहर का आलम यह है दो दिनों में जिला अस्पताल में डायरिया के 36 रोगी भर्ती कराए गए इनमें शामिल एक वृद्धा की शनिवार आधी रात मौत हो गई।

एक बेड पर दो-दो रोगी

रविवार को दोपहर दो बजे तक डायरिया उल्टी-दस्त से पीडि़त रोगियों में गुडि़या, साधना, रवींद्र, प्रीति, गंगाप्रसाद, अमजा, शिवकुमारी, अनस, सुशीला, अर्चना श्रीवास्तव समेत 16 डायरिया पीडि़तों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

जबकि शनिवार को विलास 65 वर्ष समेत बीस डायरिया रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें विलाशा 65 वर्ष की शनिवार को मध्यरात मौत हो गई। अन्य डायरिया रोगियों में एक दर्जन से अधिक को ठीक होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। डायरिया रोगियों की भरमार से जिला अस्पताल में बेड का संकट खड़ा हो गया है। हालत यह है कि एक बेड पर दो-दो रोगी भर्ती कर उपचारित किए जा रहें। इसके बाद भी बेड पूरे नहीं हो रहे हैं इससे तमाम मरीजों के परिजन बेड का अभाव देख निजी अस्पतालों की शरण में चले जाते हैं। अस्पताल प्रशासन के अनुसार गुजरे एक सप्ताह के अंतराल में डायिरया 227 रोगी भर्ती कर उपचारित किए गए हैं इनमें तीन की मौत हुई है।

डॉ। आशीष सक्सेना ने कहा कि चिलचिलाती धूप के कारण डायरिया के रोगी बढ़ रहें हैं। रविवार को गर्मी का आलम यह था सड़क पर लपट सी नजर आ रही दोपहर में जो भी घर से निकला वह गर्मी से बेहाल नजर आया।