झूठी प्लेट मांजी थी
भारतीय टीम एक बार ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलने गई थी। टीम के सभी खिलाड़ियों को एक होटल में ठहराया गया था। वहीं मैच के कमेंटेटर हर्षा भोगले एडीलेड में किसी दोस्त के घर रुके थे। धोनी को जब यह पता चला तो वह भोगले से मिलने एडीलेड पहुंच गए। यहां पर धोनी और भोगले ने काफी बातें की, इसके बाद जब लंच टाइम हुआ तो धोनी ने खुद गरमा-गरम रोटी और सब्जी बनाई। इसके बाद उन्होंने खाना खाया और बर्तन धोने के लिए धोनी किचन में पहुंच गए। भोगले के काफी मना करने के बावजूद धोनी ने खुद की प्लेट और भोगले की झूठी प्लेट को मांजा। इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि धोनी के अंदर अहम बिल्कुल भी नहीं है।
साथी खिलाड़ी को दे देते हैं बिजनेस क्लॉस की टिकट
धोनी अपने आसपास के सभी व्यक्ितयों से काफी मित्रवत रहते हैं। भारतीय टीम जब भी ट्रैवल करती है, तो सीनियर खिलाड़ी होने के नाते धोनी को बिजनेस क्लॉस की टिकट दी जाती है। लेकिन धोनी अपने साथी खिलाड़ियों के आराम को ज्यादा तवज्जो देते हैं, खासतौर पर टीम के तेज गेंदबाजों को। फॉस्ट बॉलर्स के लिए पैरों को आराम देना काफी जरूरी होता है, ऐसे में धोनी अपनी टिकट साथी गेंदबाज को दे देते हैं और खुद उनकी जगह बैठ जाते हैं। यही नहीं होटल में धोनी कभी भी अपने रूम को लॉक नहीं करते। यानी कि टीम का कोई भी खिलाड़ी जब चाहे धोनी के पास आ सकता है और जरूरत की चीजें बेझिझक मांग लेता है।
पाकिस्तानी फैन को दिया था ऑटोग्रॉफ
धोनी की सादगी को समझना है तो एक घटना और याद आती है। एक बार भारत और पाकिस्तान की टीमें एक साथ होटल में रुकी थीं। दोनों टीमें एक साथ डिनर कर रही थीं कि तभी वहां पर एक लड़की आई जोकि एक पाकिस्तानी खिलाड़ी की बहुत बड़ी फैन थी। उस लड़की ने अपने चहेते पाक खिलाड़ी से ऑटोग्रॉफ मांगा, लेकिन उस खिलाड़ी ने उसे डांटकर भगा दिया। धोनी को यह बात अच्छी नहीं लगी, उन्होंने उस लड़की को अपने पास बुलाया और अपना ऑटोग्रॉफ दे दिया। तब से लेकर आज तक वह लड़की धोनी की फैन बन गई।
हेलिकॉप्टर शॉट सिखाने वाले दोस्त की दर्दनाक कहानी
क्रिकेट जगत में धोनी को उनके हेलिकॉप्टर शॉट के लिए जाना जाता है। लेकिन आपको बता दें कि यह शॉट धोनी का नहीं बल्िक उनके दोस्त संतोष लाल का था। संतोष ने ही धोनी को हेलिकॉप्टर शॉट मारना सिखाया था। इस अहसान को धोनी आज तक मानते हैं। साल 2013 में धोनी कैरेबियाई दौरे पर गए हुए थे उसी समय संतोष की अचानक तबीयत खराब हो गई। संतोष के घरवालों ने धोनी को फोन किया तो धोनी ने तत्काल एयर-एंबुलेंस की व्यवस्था की। लेकिन खराब मौसम के कारण जहाज दिल्ली न जाकर बनारस उतर गया और वहां से सड़क के रास्ते संतोष को दिल्ली ले जाया गया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। धोनी को जब अपने जिगरी दोस्त संतोष की मौत की खबर मिली तो वह काफी टूट गए थे।
Cricket News inextlive from Cricket News Desk
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