RANCHI : कोकर से कांटाटोली जाने के दौरान गढ़हाटोली पुल के पास मंगलवार को गंदगी का आलम रहा। ईद के मौके पर भी यहां सफाई नहीं हुई और लोगों को गंदगी के बीच त्योहार मनाना पड़ा। इस रोड पर महीनों से कूड़ा-कचरा का अंबार लगा हुआ है। यहां से गुजरनेवाले लोग परेशान हैं। ईद पर भी रांची में नगर निगम ने इसपर ध्यान नहीं दिया। यह हाल तब है जब यह रांची का एक महत्वूपर्ण रोड है। इसके पास ईएसआई का ऑफिस और एसबीआई की एटीएम भी है। हजारों लोगो को डेली इस रोड से गुजरना होता है। यहां के लोग रांची नगर निगम से सफाई कराने के लिए कह भी चुके थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

मरे हुए जानवर भी फेंके जाते हैं

मरे हुए कुत्तों से लेकर दूसरे मरे हुए जानवरों को यहां पर कूड़े-कचरे के ढेर में फेंक दिया जाता है। जो यहां सड़ता रहता है। बदबू से इस रोड से गुजरने वालों लोगों के साथ ही इसके आसपास रहनेवाले मोहल्लों और कॉलोनियों के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस गंदगी में मेडिकल वेस्ट जैसी खतरनाक चीज भी फेंकी जाती है, जिससे गंभीर बीमारियों के पैदा होने का खतरा रहता है। इसके बाद भी यहां की सफाई नहीं होती है।

डस्टबीन के बाहर कचरा

कहने को इस जगह पर कूड़े-कचरे के कलेक्शन के लिए रांची नगर निगम ने एक डस्टबीन यहां पर रखा हुआ है, लेकिन इस डस्टबीन से कूड़े-कचरे का उठाव नहीं होने के कारण लोग इसके बाहर कूड़ा-कचरा फेंकते हैं। इस कारण यहां कूड़ा-कचरा फैलता ही जा रहा है।

डंगराटोली से कांटाटोली तक यही हाल

डंगराटोली से कांटाटोली के बीच भी जगह-जगह कूड़े-कचरे का ढेर लगा हुआ है। हालत यह है कि इस कूड़े-कचरे के ढेर से आवारा पशु अपने लिए भोजन की तलाश में इसके आसपास अपना डेरा जमाए रहते हैं। इस रोड पर भी सफाई का बहुत बुरा हाल है।

आखिर कहां से आए ये जानवर

आजकल रांची के जिस चौक-चौराहे, गलियों-मोहल्लों और कॉलोनियों से गुजरिए आपको हर जगह झुंड में आवारा पशु दिख जाएंगे, जिसमें गाए शामिल हैं, आपको दिख जाएंगी। इन आवारा पशुओं की वजह से रोड एक्सीडेंट होने का खतरा भी उत्पन्न हो गया है। झुंड बनाकर यह रोड पर चलती रहती हैं। ऐसे में रांची के लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर अचानक से रांची में यह आवारा पशु कहां से आ गए हैं। कुछ लोगों को कहना कि यह रांची के बाहर से लोग उन गायों को लेकर छोड़ दिए हैं, जो अब दूध देने के लायक नहीं है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि झारखंड से सटे प्रदेशों से इनको लाया गया है। इन आवारा पशुओं को पकड़कर गौशाला के हवाले करने की जिम्मेदारी रांची नगर निगम की है। रांची नगर निगम ने आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन भी किया है, लेकिन इस टीम ने अभी तक किसी भी आवारा जानवर को पकड़ने का अभियान नहीं चलाया है। जबकि रांची नगर निगम के मुताबिक रांची में आवारा जानवरों को पकड़ने के लिए रांची नगर निगम को समय-समय पर अभियान चलाना है।