- मेडिकल कॉलेज में बीपीएल कार्ड धारकों को हार्ट, लीवर, किडनी, कैंसर के मुफ्त इलाज के लिए बनी कार्ययोजना

- ईएमओ के अधिकार बढे, रेजीडेंट अब नहीं टहलाएंगे पेशेंट्स को

- सीएम के दौरे में हो सकती है प्रदेश के पहले बैरियाट्रिक सेंटर की घोषणा

kanpur@inext.co.in

KANPUR: बीपीएल कार्ड धारकों को अब हार्ट, किडनी, लीवर और कैंसर के निशुल्क इलाज की सुविधा मेडिकल कॉलेज में मिल सकेगी। मंगलवार को प्रिंसिपल ने इस योजना के तहत मिलने वाले इलाज को लेकर कार्ययोजना तय की। बैठक में मेडिसिन, गाइनी, सर्जरी और आर्थो के एचओडी समेत एसआईसी, फाइनेंस कंट्रोलर व सीएमएस भी मौजूद थे। मालूम हो कि शासन की तरफ से इस साल असाध्य रोगों के लिए क् करोड़ का बजट मेडिकल कॉलेज को दिया गया है।

पिछले फाइनेंसियल ईयर में वापस लौट गया था फंड

पिछले वित्तीय वर्ष हैलट को इस मद में भ्0 लाख रुपए का बजट मिला था लेकिन अधिकारी इसे खर्च ही नहीं कस सके थे। जिसके बाद यह फंड वापस चला गया था। वहीं मुख्यमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम को देखते हुए भी विशेष सचिव ने इस संबंध में तेजी से काम करने के निर्देश दिए थे।

डायलिसिस के पेशेंट को िमलेगी राहत

असाध्य रोगों से पीडि़त गरीब पेशेंट्स को इस फंड से काफी फायदा होगा। खास कर डायलिसिस कराने आने वाले पेशेंट को इससे काफी फायदा होगा। साथ ही इंडोस्कोपी कराने वाले पेशेंट को भी इस फंड का फायदा मिल सकेगा।

रेजीडेंट ने पेशेंट भगाया तो होगी कार्रवाई

मंगलवार को प्रिंसिपल डॉक्टर नवनीत कुमार ने सभी आकस्मिक चिकित्साधिकारियों की भी मीटिंग बुलाई। इस दौरान उन्हें पेशेंट्स की भर्ती करने सभी प्रोसीजर को लेकर भी कई अधिकार दिए गए। पहले रेजीडेंट अगर किसी पेशेंट को भगा दे या फिर उसका इलाज करने से मना करे तो ईएमओ इस संबंध में कुछ नहीं कर सकता था। लेकिन भर्ती संबंधी प्रक्रिया में ईएमओ का आदेश नहीं मानने पर रेजीडेंट पर भी कार्रवाई होगी।

पहले बैरीयाट्रिक सेंटर की हो सकती है घोषणा

मेडिकल कॉलेज में सर्जरी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। संजय काला ने बताया कि इस हैलट प्रदेश का पहला सरकारी अस्पताल है जिसमें बैरीयाट्रिक सर्जरी होती है। इसके अलावा इस प्रकार की सर्जरी के लिए दो करोड़ के उपकरणों की खरीद का टेंडर भी प्रक्रिया में है। सीएम के दौरे में यह पूरी कोशिश रहेगी कि हैलट में प्रदेश के पहले बैरीयाट्रिक सर्जरी सेंटर की घोषणा की जा सके।