- व‌र्ल्ड भर में मनाया गया अर्थ आवर डे

उपभोक्ताओं से अपील, रोज बचाएं एक घंटे बिजली

LUCKNOW(:प्रदेश में हर व्यक्ति रोजाना एक घंटा भी बिजली बचा ले तो हर माह लगभग 180 करोड़ रुपए की बिजली बचाई जा सकती है। इससे हर व्यक्ति तक बिजली पहुंचने और बिजली दरें भी कम होंगी। अर्थ आवर डे के अवसर उ.प्र। प्रदेश विद्युत उपभोक्ता परिषद ने प्रदेश के लोगों से रोजाना एक घंटे बिजली बचाने की अपील की है।

ताकि हर व्यक्ति को मिले बिजली

अर्थ आवर डे प्रत्येक वर्ष मार्च माह के अंतिम शनिवार को विश्व के 162 देशों के 7000 शहरो में रात 8.30 से 9.30 बजे के बीच मनाया जाता है। इसकी शुरूआत सिडनी आस्ट्रेलिया से की गई थी। तब से एक घंटा बिजली की बचत कर जलवायु परिवर्तन के लिए जागरूकता पैदा की जाती है। लेकिन, इस बार इसे 19 मार्च को आयोजित किया गया। विश्व ऊर्जा काउंसिल के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि प्रदेश में लगभग एक करोड़ 85 लाख उपभोक्ता हैं। अगर सभी एक घंटा बिजली बचाएं तो छह करोड़ की रोजाना बिजली बचत होगी। साथ ही महीने में 180 करोड़ रुपए की बिजली हम बचा सकेंगे। अर्थ आवर डे यानी ऊर्जा संरक्षण जागरूकता दिवस के मौके पर बिजली बचत कर जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक होकर मानवता के प्रति अपना कर्तव्य निभाना चाहिये। बिजली कंपनियों के वार्षिक राजस्व आवश्यक्ता पर नजर डालें तो वर्ष 2016-2017 में साल भर में जो खरीद प्रस्तावित है, वह लगभग 125627 मिलियन यूनिट है। जिसकी खरीद पर लगभग साल भर में 49848 करोड़ रुपया खर्च प्रस्तावित है। जिसकी औसत खरीद दर लगभग 3.97 रुपए प्रति यूनिट है। ऐसे में यदि प्रदेश के सभी उपभोक्ता अपनी सुविधानुसार एक घंटा बिजली की बचत कर लें तो लगभग 14.3 मिलियन यूनिट बिजली बचेगी। जिसकी लागत 6 करोड़ होगी।

कैसे बचाएं, कितनी जरूरत

1.85 करोड़ उपभोक्ता हैं प्रदेश में

180 करोड़ महीना बच सकता है

1 घंटे बिजली का उपयोग न करें

1.25 लाख मिलियन यूनिट बिजली चाहिए इस साल

50 हजार करोड़ रुपये का खर्च प्रस्तावित है