सेना चिकित्सा कोर केन्द्र में हुई संगोष्ठि

एक मानव शरीर के नेत्र, हार्ट वाल्व, रक्त धमनियां, हड्डी, त्वचा, मांसपेशियां, चेहरे और उंगलियों का दान कर कोई भी व्यक्ति 100 लोगों की जिंदगी बचा सकता है। मध्य कमान में बेस अस्पताल के सेनानायक एस के गुप्ता ने शारीरिक अंगों के दान की जरूरत पर जोर देते हुए शुक्रवार को यहां सम्पन्न संगोष्ठी में यह जानकारी दी। इस मौके पर किडनी, लीवर एवं कोर्निया प्रत्यारोपण पर भी चर्चा की गई। बेस अस्पताल में संगोष्ठी का उद्घाटन सेना चिकित्सा कोर केन्द्र एवं कॉलेज के सेनानायक ले.जनरल एमडी वेंकटेश ने किया।

सेना अस्पताल द्वारा किए गए कई सफल प्रत्यारोपण

दिल्ली स्थित सेना अस्पताल में हुई इस दौरान संगोष्ठी में  ने सशस्त्र बलों के विभिन्न केंद्रों के माध्यम से देशभर में किए जा रहे अंग प्रत्यारोपण के बारे में भी जानकारी दी। एक ताजा आंकडे के मुताबिक सेना अस्पताल द्वारा 1700 से अधिक किडनी और 110 लीवर को सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया गया है।ब्रिगेडियर गुप्ता ने कहा कि कि संगोष्ठी के आयोजन का मकसद सभी रैंकों के सैन्यकर्मियों एवं उनके परिवारों को शारीरिक अंगों के दान के लिए जागरूक करना, अंग प्रत्यारोपण से जुड़ी जानकारी देना एवं इससे जुड़ी धार्मिक भ्रांतियों को दूर करना था।

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