-तालाब में नहाने के बहाने निकली, कुछ 10 फीट ऊंची चहारदीवारी फांद निकल भागीं

-स्कूल में अव्यवस्था, पढ़ाई नहीं होने और पुराने शिक्षकों को हटाने का विरोध

- पकड़कर लाई गईं 29 छात्राएं, अन्य के घरों पर दी जा रही दस्तक

CHAIBASA: मझगांव स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय को लेकर गुरुवार को हड़कंप मचा रहा। सुबह-सुबह करीब छह बजे स्कूल की डेढ़ सौ छात्राएं तालाब में नहाने के बहाने स्कूल की चहारदीवारी फांदकर निकल गईं। स्कूल की चहारदीवारी क्0 फीट ऊंची होने के बावजूद बारी-बारी से कूद कर कई छात्राएं स्कूल से निकल भागीं। लड़कियों ने बताया कि स्कूल में काफी अव्यवस्था है। यहां रहने का उनका मन नहीं है। पढ़ाई नहीं होती, पहले वाले शिक्षकों को हटाकर नए शिक्षक रखे गए हैं जिनकी पढ़ाई समझ में नहीं आती, इसलिए वे लोग अपने घर जा रही हैं। उधर कस्तूरबा गांधी स्कूल प्रबंधन को जब लड़कियों के भाग जाने की सूचना मिली तो वार्डन के हाथ-पांव फूल गए। चारों ओर स्टाफ को दौड़ाकर करीब क्भ् लड़कियों को वापस लाया गया। पुलिस व प्रशासन को खबर की गई। क्ख्9 लड़कियों का शाम तक पता नहीं चल सका था। पुलिस की टीमें उनके घरों पर दस्तक देने के लिए भेजी गईं। स्कूल पहुंचे सीओ विजय कुमार ने पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने शिक्षिकाओं, वार्डन और वापस लाई गईं छात्राओं से पूछताछ की। मामला उपायुक्त तक पहुंचने पर उपायुक्त अबुबकर सिद्दीख पी ने जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही लड़कियों को नहाने के लिए तालाब जाने देने के मामले में की जांच कर दोषी पाए जाने पर वार्डन के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।

नियुक्ति की विरोध

छात्राओं के स्कूल से भागने के मामले में एक बात यह सामने आ रही है कि कुछ दिनों पूर्व स्कूल में पढ़ानेवाले चार शिक्षक व एक शिक्षिका को हटाकर उनकी जगह नई शिक्षिकाओं की नियुक्ति की गई है। छात्राओं का कहना है कि नई शिक्षिकाओें की पढ़ाई समझ में नहीं आती। पहले पढ़ा रहे शिक्षक-शिक्षिकाओं को कम से कम तीन महीने तक और रखा जाए ताकि उनकी परीक्षाओं की तैयारी हो सके। फ्0 सितंबर को हुई अभिभावकों के साथ स्कूल प्रबंधन की बैठक में भी यह मामला उठा था। वार्डन ने किसी तरह मामला शांत कराया। लड़कियों का यह भी आरोप था कि बाद में रात को वार्डन ने डांट-फटकार लगाते हुए धमकी दी थी कि जैसा वे चाहेंगी वैसा ही होगा। इसके बाद छात्राओं ने भागने का निर्णय लिया।

अभिभावकों के साथ हुई बैठक में कई मुद्दे उठे थे। पुराने को हटाकर नई शिक्षिकाओं की नियुक्ति को लेकर कई लोग आपत्ति जता रहे थे। हमसे यह गलती हुई कि शिक्षिकाओं की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी नहीं किया गया। कुछ छात्राओं को वापस स्कूल ले आया गया है। अन्य छात्राओं को भी वापस लाने की कोशिश हो रही है।

-कैक्टस लिलि ¨सकू, वार्डन सह शिक्षिका

मझगांव कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से सौ लड़कियों के भागने की जानकारी मिली है। कुछ को वापस लाया गया है, अन्य को वापस लाने की कोशिश पुलिस व प्रशासन के पदाधिकारी कर रहे हैं। स्कूल के अंदर सारी व्यवस्था होने के बावजूद छात्राएं नहाने के लिए बाहर कैसे निकलीं, इसका कारण स्कूल की वार्डन से पूछा गया है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

- अबूबकर सिद्दीख पी, डीसी, पश्चिम सिंहभूम