-पति समेत ससुराल वालों पर दहेज हत्या का आरोप, पीएम रिपोर्ट मौत की वजह स्पष्ट नहीं, बिसरा सुरक्षित

- पति ने कहा, तबियत खराब होने पर ले जा रहे थे हॉस्पिटल, रास्ते में हो गई मौत

KANPUR : महाराजपुर में शुक्रवार को रिटायर्ड पुलिस कर्मी की बहु की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। पति समेत ससुराली जन बिना बताए अन्तिम संस्कार के लिए लाश को कार में डालकर ले जा रहे थे तभी मायके वालों की सूचना पर पुलिस ने रास्ते में उन्हें गिरफ्तार कर शव अपने कब्जे में ले लिया। मायके वालों ने पति समेत ससुराल वालों पर बेटी की हत्या का आरोप लगाया है। वहीं, ससुराली जनों का कहना है कि वो उसे हॉस्पिटल ले जा रहे थे, रास्ते में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम भेज दिया। मायकेवालों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।

पांच लाख की थी डिमांड

बिधनू के पिपरगवां में रहने वाले उपेन्द्र कुमार की बेटी प्रियंका की 12 फरवरी 2013 को महाराजपुर के हाथीपुर निवासी कृष्ण पाण्डेय के बेटे विपिन से हुई थी। कृष्ण पाण्डेय रिटायर्ड पुलिस कर्मी हैं, जबकि विपिन एलआईसी एजेंट है। आरोप है कि ससुराल वाले लगातार पांच लाख रुपए की डिमांड कर रहे थे। मांग पूरी न होने पर प्रियंका को प्रताडि़त किया जा रहा था। रुपयों की मांग को लेकर विपिन आए दिन प्रियंका से मारपीट करता था। जिससे तंग होकर प्रियंका बच्चे समेत मायके चली गई।

नहीं रिसीव हुआ मोबाइल

बीते रविवार को विपिन अचानक प्रियंका के मायके पहुंचा और दोबारा मारपीट न करने का वादा कर उसे घर ले गया। लेकिन घर पहुंचते ही उसका बर्ताव बदल गया और वो प्रियंका को फिर से प्रताडि़त करने लगा। कृष्ण पाण्डेय ने हालचाल लेने के लिए प्रियंका से मोबाइल पर बात की तो उसने रोते हुए सारा दर्द बयां कर दिया। गुरुवार की रात को प्रियंका की मां ने उसका हालचाल लेने के लिए मोबाइल पर कॉल की, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। सुबह दोबारा कॉल करने पर किसी ने प्रियंका का मोबाइल तो रिसीव किया, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद उन्होंने बेटी के ससुर कृष्ण के मोबाइल पर कॉल की तो उन्होंने बताया कि प्रियंका की तबियत खराब है और वे उसे हॉस्पिटल ले जा रहे हैं।

पुलिस ने पकड़ी कार

उपेन्द्र बेटे के साथ प्रियंका का हालचाल लेने के लिए उसके ससुराल जाने लगे। वे रामादेवी के पास पहुंचे थे कि उनकी नजर पुलिस का लोगो लगी कार पर पड़ी। उन्होंने देखा कि विपिन कार चला रहा है, जबकि कृष्ण और विपिन का भाई नरोत्तम भी गाड़ी में बैठे हैं। उन्होंने कार रुकवाने के लिए विपिन को आवाज दी, तो विपिन ने उनको देखकर कार की स्पीड बढ़ा दी। शक होने पर उपेन्द्र ने कंट्रोल रूम में सूचना दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने घेराबन्दी कर पटेल नगर के पास कार रोककर तलाशी ली तो प्रियंका की लाश बरामद हो गई। पुलिस ने विपिन, उसके पिता कृष्ण और भाई नरोत्तम को हिरासत में लेकर शव को पोस्टमार्टम भेज दिया।

सबूत मिटाने की कोशिश

उपेन्द्र ने विपिन समेत ससुराल वालों पर बेटी की हत्या का आरोप लगाया। कहा कि सबूत मिटाने के लिए आरोपी लाश को जलाने के लिए घाट ले जा रहे थे। वहीं, विपिन का कहना है कि प्रियंका की तबियत खराब थी। वो उसको हॉस्पिटल ले जा रहा था कि रास्ते में उसकी मौत हो गई।

फिर भी कम नहीं हुआ लालच

उपेन्द्र के मुताबिक उन्होंने बेटी की शादी में दस लाख रुपए खर्च किए थे। उन्होंने दहेज में नगदी, जेवर के साथ ही कार भी दी थी, लेकिन इसके बाद भी विपिन का लालच कम नहीं हुआ। वो दहेज की मांग को लेकर प्रियंका को पीटता था। उन्होंने आर्थिक तंगी का हवाला दिया था, लेकिन विपिन पांच लाख रुपए की जिद पर अड़ा था।

मौत की वजह साफ नही, बिसरा सुरक्षित

प्रियंका के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उसकी मौत के कारण का पता नहीं चला है। उसका बिसरा जांच के लिए सुरक्षित कर लिया गया है। बिसरा जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह पता चल पाएगी। महाराजपुर एसओ के मुताबिक पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है।