आठ रेजीडेंट पर रैगिंग का आरोप, पीडि़त की तहरीर पर लंका थाने में एफआईआर दर्ज

VARANASI : बीएचयू कैम्पस में एक बार फिर रैगिंग का भूत दौड़ा। आईएमएस के रेजीडेंट डॉक्टर मीत ने बुधवार को आठ सीनियर रेजीडेंट्स के खिलाफ लंका थाने में रैगिंग की रिपोर्ट दर्ज कराई है। यूनिवर्सिटी के एंटी रैगिंग स्क्वायड से इसकी शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई न होने पर पीडि़त स्टूडेंट थाने पहुंचा। चिकित्सा विज्ञान संस्थान में एक माह के भीतर रैगिंग का यह दूसरा मामला है।

करते थे गाली-गलौज

रेजीडेंट डॉक्टर मीत का आरोप है कि सीनियर्स उसके साथ मारपीट करते थे। गाली गलौज के साथ ही अश्लील बातें भी करते थे। आरोप यह भी कि यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टोरियल बोर्ड, एंटी रैगिंग स्क्वायड से लिखित शिकायत के बाद भी सीनियर नहीं माने। सीनियर डॉ। धर्मराज, डॉ.सौरभ सुमन, डॉ.जी राजू, डॉ.शालिनी गुप्ता, डॉ.धीरेंद्र, डॉ.अरुण पांडेय, डॉ.प्रीतम और डॉ.सुधांशु लगातार मारपीट, गाली गलौज करते रहे। यूजीसी हेल्पलाइन पर भी शिकायत की गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर धारा फ्ख्फ्, भ्0ब्, भ्0म्, फ्ब्क् रैगिंग प्रोटेक्शन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

तैयार हो गयी है रिपोर्ट

यूनिवर्सिटी एंटी रैगिंग स्क्वायड के चेयरमैन एसके त्रिगुन का कहना है कि क्फ् अक्टूबर को मामला सामने आया है। इसकी जांच तत्काल शुरू कर दी गई थी। जांच पूरी हो चुकी है। दीपावली अवकाश के बाद वीसी को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। इसी महीने के पहले सप्ताह में हुई रैगिंग के संबंध में उन्होंने बताया कि पांच छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनमें से तीन छात्रों के एक माह का आधा वेतन तथा दो छात्रों का एक सप्ताह का वेतन काटा गया।