RANCHI: स्वच्छ शहरों की प्रतिस्पद्र्धा में शामिल रांची के शहीद चौक स्थित मारवाड़ी हाई स्कूल के क्ख्00 स्टूडेंट्स खुले में यूरीन डिस्चार्ज करने को विवश हैं। नेचुरल कॉल आने पर टीचर खुद ऐसे स्टूडेंट्स को क्लास से छुट्टी देकर बाहर जाने की अनुमति दे रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमारा शहर स्वच्छता लेवल में कितना पीछे है। दरअसल, स्कूल में कुल क्800 स्टूडेंट्स हैं, इनमें म्00 छात्राएं भी शामिल हैं। वहीं, स्वच्छता के नाम पर एक टॉयलेट व एक ही यूरीनल है। नतीजन, स्टूडेंट्स खुले में जाने के लिए मजबूर हैं।

भ्00 मीटर दूर सुलभ शौचालय

क्लास 8 के मोहित कुमार को उस वक्त स्कूल से बीच क्लास में ही बाहर जाना पड़ा जब उसे शौच लग गया। चूंकि स्कूल में शौचालय नहीं है इसलिए वह भ्00 मीटर दूर अल्बर्ट एक्का चौक स्थित सुलभ शौचालय गया और पांच रुपए भुगतान करके शौच किया। ऐसे ही हर दिन किसी न किसी छात्र को क्लास के समय स्कूल से बाहर जाना पड़ रहा है। छात्र बताते हैं कि हमें बाहर जाने के लिए क्लास में पढ़ा रहे टीचर से अनुमति लेनी पड़ती है और जब भी कोई छात्र अनुमति मांगता है तो उसे टीचर मना नहीं करते हैं।

फ् महीने से बन रहे दो टॉयलेट व 9 यूरीनल

स्कूल में छात्रों के लिए तीन माह से दो शौचालय और नौ यूरीनल बनाने का काम चल रहा है, लेकिन वह अभी तक बनकर तैयार नहीं हुआ है। कारणवश छात्रों को शौच के लिए स्कूल से बाहर जाना पड़ रहा है।

फ् साल से व्यवस्था बदहाल

स्कूल के इंटर सेक्शन में पढ़ रहे अमित कुमार व दिलेश्वर ठाकुर ने बताया कि यह व्यवस्था यहां करीब तीन साल से है। पहले शौचालय था, जो अब टूट चुका है। यूरीनल भी काफी महकता था। शिकायतें की जाती थीं, लेकिन स्कूल प्रबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ता था।

क्या कहते हैं स्टूडेंट्स

यूरीन तो कॉलेज में कर लेते है लेकिन यहां शौचालय एक बड़ी समस्या है। काफी दिनों से शौचालय बनने का काम चल रहा है लेकिन अब तक बन कर तैयार नहीं हुआ।

सन्नी तिर्की, छात्र, इंटर

यहां पानी की उचित व्यवस्था नहीं हो पाने के कारण यूरीनल बहुत दुर्गध देता है। हम भी बाहर यूरीन करने के लिए मजबूर है क्योंकि यहां अभी यूरीनल भी नहीं है।

रोहित कुमार, क्लास 8

शौचालय निर्माण के कारण दिक्कतें हो रही हैं। इंजीनियर राजेश कुमार के दिशा निर्देश देने में हुई देरी के चलते थोड़ा समय लग रहा है। उन्होंने मजदूरों को काम समझा दिया है। अब दो-तीन दिनों के अंदर काम पूरा होते ही व्यवस्था सही हो जाएगी।

ब्रजकिशोर प्रसाद

वर्जन

अगर सच में ऐसी स्थिति है तो इसे दिखवा लेते है और शौचालय के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दे देते है।

रतन कुमार महवार, डीईओ