-केयू के ग्रेजुएशन पार्ट वन में ऑनलाइन एडमिशन का दिख रहा असर

-'जब चाहे, तब एडमिशन' की प्रवृत्ति पर रोक लगाने में कामयाब हुई केयू

-पहले छह महीने तक चलती रहती थी एडमिशन की प्रक्रिया

-एक अगस्त को जारी होगी सेकेंड मेरिट लिस्ट

JAMSHEDPUR (24 July, JNN): कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) में इस बार ग्रेजुएशन पार्ट वन में ऑनलाइन एडमिशन को पूरी तरह से लागू कर दिया गया। इसका फायदा यह हुआ कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार भ्0 फीसद अधिक छात्र ग्रेजुएशन में एडमिशन लेंगे। पहली मेधा सूची के अनुसार कुल ख्फ्,भ्00 छात्रों ने नामांकन लिया। दूसरी मेधा सूची एक अगस्त को निकाली जायेगी। इसमें कुल पांच हजार छात्र शामिल होंगे। यानी दोनों को मिला दिया जाय तो कुल ख्8,भ्00 छात्र पार्ट वन में नामांकित होंगे। इसके बाद भी लगभग दो हजार छात्रों के ऑनलाइन एडमिशन लेने की योजना विश्वविद्यालय प्रशासन ने बना रखी है। इस तरह फ्0 हजार से अधिक छात्रों का स्नातक पार्ट वन में नामांकन होगा। पिछले वर्ष यह संख्या क्9 हजार थी। इधर, ऑनलाइन एडमिशन से यह फायदा हुआ कि जब चाहे तब एडमिशन की प्रवृत्ति पर पूर्णत: रोक लगी। पहले केयू के कई कॉलेजों में पार्ट वन में छह महीने तक एडमिशन होता रहता था। अब केंद्रीयकृत एडमिशन के कारण इससे पूरी तरह छुटकारा मिल गया। दलाल छात्रों की सांठगांठ बंद हो गई।

पार्ट वन की क्लास आज से

कोल्हान विश्वविद्यालय के कैलेंडर के अनुसार सभी कॉलेजों में सोमवार से स्नातक पार्ट वन की कक्षाएं प्रारंभ होनी हैं। शहर के एलबीएसएम कॉलेज, वूमेंस कॉलेज व एबीएम कॉलेज कक्षाओं को प्रारंभ करने की घोषणा पूर्व में ही कर चुके हैं।

दो पालियों में होगी क्लास : वीसी

-अगस्त तक गेस्ट फैकल्टीज की नियुक्ति होने की उम्मीद

कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) में स्नातक पार्ट वन में नामांकित होने वाले छात्रों की संख्या में वृद्धि से यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन गदगद है। केयू के वीसी डॉ आरपीपी सिंह ने कहा कि ऑनलाइन एडमिशन का प्रयास अब रंग लाने लगा है। जहां तक क्लास के संचालन की बात है, तो इसमें छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है। इसकी व्यवस्था की जा रही है। सभी कॉलेजों में दो पालियों में क्लास संचालित करने का आदेश दिया गया है। शिक्षकों की कमी से निबटने के लिए गेस्ट फैकल्टीज की नियुक्ति होने वाली है। इसके बाद कक्षाओं का पूर्णत: संचालन शुरू हो सकेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगस्त तक गेस्ट फैकल्टीज की नियुक्ति हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन एडमिशन में इस बार जो भी त्रुटि हुई है, वह अब अगली बार से कतई नहीं होगी। इसकी भी व्यवस्था की जा रही है।