BAREILLY: अब इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजेज की मनमानी पर लगाम लगेगी। उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने इस बार से स्टूडेंट्स के ऑनलाइन इनरोलमेंट की कवायद शुरू कर दी है। इससे पहले इंस्टीट्यूट्स मैनुअली इनरोलमेंट फॉर्म भरवाते थे, जिसमें काफी समय लगता था। वहीं वे स्टूडेंट्स की संख्या दिखाने में अपनी मनमानी भी करते थे। गलत संख्या दिखा कर वे स्टूडेंट्स के लिए लागू कई योजनाएं जैसे स्कॉलरशिप का लाभ उठाते थे। लेकिन यूपीटीयू ने इस बार से ऑनलाइन इनरोलमेंट कंपलसरी कर दिया है। यूनिवर्सिटी ने इसका प्रोसेस स्टार्ट भी कर दिया है। जो इंस्टीट्यूट्स इसमें आनकानी कर रहे हैं, उन्हें नोटिस भेजकर जल्द प्रोसेस पूरा करने के लिए कहा जा रहा है।

काम में पारदर्शिता लाने की कवायद

यूपीटीयू धीरे-धीरे अपने एकेडमिक और एडमिनिस्ट्रेटिव वर्क को पूरी तरह से ऑनलाइन करने में जुटा हुआ है। वह ना केवल एकेडमिक एक्सिलेंस गेन करना चाहता है बल्कि एडमिनिस्ट्रेटिव वर्क में भी पूरी तरह से पारदर्शिता लाना चाहता है। स्टूडेंट्स के ऑनलाइन इनरोलमेंट इसी कड़ी का हिस्सा हैं। इसके तहत सभी इंस्टीट्यूट्स को स्टूडेंट्स का इनरोलमेंट ऑनलाइन फिल करना होगा। जिन स्टूडेंट्स ने इस वर्ष कंडक्ट किए गए काउंसलिंग के दौरान एडमिशन लिया था, उन्हीं से यह व्यवस्था लागू की जा रही है। इंस्टीट्यूट्स के लॉग इन आईडी पर स्टूडेंट्स के सारे डाटा को ऑनलाइन फीड करना होगा। उधर डाटा फीड होगा इधर यूपीटीयू के पास झट से पूरी डिटेल चली जाएगी। यूपीटीयू के रजिस्ट्रार पीके गंगवार ने बताया कि इस समय प्रोसेस चल रहा है। इंस्टीट्यूट्स के अधिकारियों के डिजिटल सिग्नेचर मंगाए जा रहे हैं।

फर्जीवाड़े पर लगेगी लगाम

इससे पहले इनरोलमेंट में काफी समय लगता था। पहले स्टूडेंट्स से फॉर्म भराया जाता था फिर उसे कलेक्ट कर यूपीटीयू को भिजवाया जाता था। इसमें काफी समय जाया होता था। यही नहीं शासन स्तर पर ऐसी शिकायतें भी आ चुकी हैं कि इंस्टीट्यूट्स अपने यहां फर्जी स्टूडेंट्स का इनरोलमेंट दर्शा कर स्टूडेंट्स की स्कॉलरशिप हड़प लेते थे। ऑनलाइन व्यवस्था से ऐसे फर्जीवाड़े पर लगाम लगेगी।