लकी ड्रॉ के नाम पर शातिर लगा सकते हैं लाखों का चूना

पुलिस ने एक कार्यालय से पकड़े कर्मचारी

आगरा। 'हेलो सर, आपका लकी ड्रॉ में बतौर गिफ्ट स्मार्टफोन निकला है। बस आपको कुछ सर्विस चार्ज देना होगा। आप सिर्फ ऑनलाइन शॉपिंग के साथ हमें अपने एटीएम का सीवीवी नंबर उपलब्ध करा दें। ताकि आपको गिफ्ट मिल सके.' यदि कुछ इस आपके पास कॉल आए तो जरा सावधान रहिए। इस तरह आई कॉल आपका अकाउंट साफ कर सकती है। साइबर के शातिरों का एक गैंग तो हरीपर्वत पुलिस ने दबोच लिया है।

इंदौर की महिला ने की थी शिकायत

जानकारी के मुताबिक इंदौर की महिला के पास 15 दिन पहले कॉल गया। कॉल पर कहा गया कि आपका लकी ड्रॉ खुला है। महिला को ऑप्सन दिए गए कि आप फ्रिज, एसीडी या फिर आई फोन ले सकती हैं। महिला ने ब्रांडेड कंपनी का स्मार्टफोन सिलेक्ट कर लिया। लेकिन इसके लिए कॉल करने वाले ने कंडीशन रख दी। उसने कहा कि आपको ऑन लाइन चार हजार का सामान खरीदना होगा।

अगली कॉल पर ले ली डिटेल

महिला ने ऑनलाइन चार हजार का सामान बुक कर दिया। इसके बाद शातिर ने फिर से कॉल किया और कहा कि जो डिटैल ऑन लाइन में दी है वहीं डिटेल उसे बता दें। महिला ने उसे सारी जानकारी दे दी। शातिर ने महिला का डेबिट कार्ड नंबर व सीवीवी नंबर के अलावा ओटीपी भी पूछ लिया। महिला के अकाउंट से चार हजार रुपये निकल गए। इसके कई दिन बीत गए, लेकिन प्रोडक्ट घर पर नहीं आया। महिला ने ऑन लाइन बुकिंग का सामान भी कैंसिल करा दिया।

कंट्रोल रूम पर दी सूचना

महिला ने कॉल पर आए नंबर की जानकारी की तो वह आगरा में चर्च रोड का निकला। इसी के बाद शुक्रवार को महिला ने कंट्रोल रूम पर इसकी जानकारी दी। पुलिस ने इसी आधार पर साइबर शातिरों के ऑफिस पर छापामार कार्रवाई की। यहां का मालिक पुलिस के हाथ नहीं लग सका है लेकिन स्टाफ को पुलिस ने उठा लिया। पुलिस ने मौके से चार लड़कियां व दो लड़कों को पकड़ा है।

कर्मचारियों को नहीं है जानकारी

पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि उनसे क्या काम करवाया जाता है। वह बस साइट से प्रोडक्ट अपलोड करते थे। एक महिला कर्मचारी ने बताया कि उनके बोस उन्हें लोगों का डाटा प्रोवाइड कराते थे। इसके बाद ऑन लाइन कम्पनी के नाम से कॉल करने को कहते थे। इस बात की सभी को 6 हजार से लेकर 8 हजार के बीच सैलरी भी मिलती थी।