--कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों को दिए निर्देश

रांची : मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कल्याण विभाग को निर्देश दिया है कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के उत्थान के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं को धरातल पर उतारने हेतु मिशन मोड में कार्य करें। उन्होंने झारखंड में 25 नए गुरुकुल खोलने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि एसटी-एससी और बीसी छात्रों को समय पर छात्रवृत्ति मिले साथ ही बैकलाग छात्रवृति की स्क्रूटनी की जाए। वे मंगलवार को सभागार में कल्याण विभाग की समीक्षा कर रही थीं।

योजना को मिशन मोड में लें

सीएस ने कहा कि मुख्यमंत्री अनुसूचित जनजाति ग्राम योजना को मिशन मोड पर करें। योजनाओं का चयन इस उद्देश्य से होना चाहिए कि रोजगार के अवसर लोगों को प्राप्त हों। उन्होंने कहा कि राज्य में एसटी-एससी को स्वरोजगारपरक शिक्षा से जोड़ा जाए, ताकि उन्हें विभिन्न ट्रेडों में शिक्षित कर उन्हें स्वावलंबी बनाया जा सके। ग्रामीणों के स्वरोजगार के लिये पोल्ट्री फेडरेशन से भी जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लाह के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाए ताकि किसानों को किसी भी तरह से नुकसान न हो और वह अपने उत्पाद को सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच सके। उन्होंने कहा कि लाह का समय पर क्त्रय हो इसके लिये एसएचजी का भी सहयोग लिया जा सकता है साथ ही झास्कोलैंप को ज्यादा जवाबदेह बनाया जाए।

40 हजार का मुफ्त इलाज

कल्याण विभाग के सचिव राजीव अरुण एक्का ने बताया कि कल्याण विभाग की ओर से वर्तमान में 9 ग्रामीण अस्पतालों को एनजीओ के माध्यम से संचालित किया जा रहा है तथा करीब 40 हजार मरीजों का प्रतिवर्ष ओपीडी में इलाज निशुल्क किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पांच और नये ग्रामीण अस्पतालों की बिल्डिंग बनकर तैयार हैं, जिसके संचालन के लिए 30 मई को आरएफ पी प्रकाशित कर दिया जाएगा।

----------------

एकलव्य मॉडल स्कूलों का संचालन बेहतर हो

मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में एकलव्य माडल स्कूलों के संचालन बेहतर तरीके से हो इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जानी चाहिए। शिक्षकों की शैक्षणिकता के साथ साथ एसटी-एससी छात्रों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि जो विद्यालय एसटी-एससी छात्रों हेतु संचालित हैं उन स्कूलों में उनका कक्षा 6 के बाद 10वीं कक्षा तक अपग्रेड किया जाना चाहिए साथ ही अल्पशिक्षित छात्रों हेतु कौशल विकास करने की जरूरत है ताकि उनके स्वावलंबन की दिशा में कदम उठाया जा सके।

------------------