देश की रफ्तार बढ़ाने वाला हो बजट

शिक्षा की व्यवस्था और बेहतर हो

Meerut। देश में बेरोजगारी बड़ी समस्या बन चुकी है। सैकड़ों युवा पढ़-लिखकर भी रोजगार की उम्मीद में बैठे हैं। इधर सरकार पिछले सालों में तमाम जतन के बाद भी रोजगार के बेहतर विकल्प, युवाओं तक नहीं पहुंचा पाई है। स्किल इंडिया के बाद आने वाले बजट में युवाओं को रोजगार मिलने की काफी उम्मीदें हैं।

यह हैं उम्मीद

स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया के बाद उद्यमिता बढ़ाने व रोजगार के विकल्प देने के लिए सरकार क्या घोषणा करती हैं।

बैंकिग, फाइनेंस, इंफ्रास्ट्रक्चर, आईटी इंडस्ट्री, डेटा सर्विस, टेलीकॉम, ई-कॉमर्स आदि के क्षेत्र में रोजगार बढ़ेंगे।

शिक्षा के क्षेत्र की बेहतरी और उन्नति के लिए सरकार बेहतर योजनाएं लेकर आएगी।

शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम बनाएं जाएंगे।

एजुकेशन लोन के ब्याज पर छूट को लेकर भी युवाओं में काफी उम्मीद हैं।

इनका है कहना

सरकार से हमें उम्मीद हैं कि इस बार के बजट में रोजगार व स्टार्ट अप में फायदा मिले। हमें उम्मीद है कि सरकार रोजगार देने के अपने वादे पर खरी उतरेगी।

ऋषभ

पिछले सालों के बजट में सरकार ने युवाओं और छात्रों की उम्मीदों को पूरा नहीं किया है लेकिन इस बार बजट से हमें काफी उम्मीदें हैं। लगता है कि इस बजट में युवाओं पर विशेष फोकस किया जाएगा।

रजत वशिष्ठ

देश में युवा वोटर सबसे अधिक है और इस युवा वोटर को सरकार से उम्मीद है कि वह इस बजट में शिक्षा की व्यवस्था को और बेहतर करेगी। यह साल सरकार की परीक्षा का साल है।

शोभित

महिलाओं को सरकार के हर बजट

से उम्मीदें रहती हैं। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि यह उम्मीदें कभी पूरी नहीं होती। आम जनता के हाथ कुछ खास नहीं आता। रसोई का बजट तो बिगड़ना तय है।

नीतीश तिवारी

सरकार को ऐसा बजट पेश करना चाहिए जिसमें, रसोई गैस सस्ती हो साथ ही सिलेंडरों की संख्या बढ़नी चाहिए। बजट में स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, बिजली और पानी पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए।

विवेक गौंड