- आगरा एक्सप्रेस वे के रास्ते मॉल एवेन्यू स्थित एक ऑफिस पहुंचे थे आठ डाले से आलू

- कन्नौज के सपा नेता की दो गाडि़यां आलू लदे डाले को कर रही थीं स्कार्ट

- दस हजार मोबाइल नंबर और एनेक्सी में लगे सीसीटीवी कैमरे से हुआ खुलासा

LUCKNOW:

हाई सिक्योरिटी जोन सीएम आवास और विधानभवन के सामने रोड पर आलू फेंकने की साजिश समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रची थी। हजरतगंज पुलिस ने शनिवार को इस साजिश को अंजाम देने वाले दो लोगों को ठठिया कन्नौज से गिरफ्तार कर उनके पास से आलू फेंकने में इस्तेमाल किया गया हाफ डाला भी बरामद किया है। जिन लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं वह सपा से ताल्लुक रखते हैं और हाल में सपा के बैनर तले चुनाव भी लड़ चुके हैं। पूरे मामले के खुलासे में एनेक्सी में लगे सीसीटीवी कैमरे मददगार साबित हुए हैं। इस पूरे मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने करीब 10 हजार मोबाइल फोन का रिकॉर्ड खंगाला और कड़ी दर कड़ी मामला खुलता गया।

एक्शन के बाद पुलिस का रि-एक्शन

एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि 5 जनवरी की रात 1090 चौराहे से विधानभवन के सामने की सड़क पर आलू फेंके गए थे। हाई सिक्योरिटी जोन में हुई इस घटना की हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई थी और लापरवाही के मामले में एसएसपी ने गौतम पल्ली थाने में तैनात एक सब इंस्पेक्टर और चार सिपाहियों को सस्पेंड भी किया था।

बनाई गई थी टीम

एसएसपी ने बताया कि इस खुलासे के लिए सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के नेतृत्व में साइबर सेल, हजरतगंज और हुसैनगंज पुलिस की एक टीम बनाई गई थी। पुलिस टीम ने इस मामले में तिर्वा कन्नौज निवासी अंकित सिंह चौहान व ठठिया कन्नौज निवासी संतोष पाल को गिरफ्तार किया। उनके पास से घटना में इस्तेमाल हुए दो मोबाइल फोन और हाफ डाला बरामद हुआ है।

ये थे आलू कांड के साजिशकर्ता

एसएसपी ने बताया कि आलू फेंकने की साजिश तिर्वा से जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ चुके शिवेंद्र सिंह चौहान व कन्नौज जिला पंचायत अध्यक्ष शिल्पी कटियार के पति संजू कटियार ने रची थी। सीओ अभय कुमार मिश्र ने बताया कि संदीप उर्फ रिक्की यादव ने आलू लादने के लिए 8 गाडि़यों की व्यवस्था की थी। शिवेंद्र के भाई दीपेंद्र व जय कुमार तिवारी और खामा ग्राम प्रधान प्रदीप सिंह उर्फ बंगाली ने गाडि़यों में आलू लदवाए थे। पूछताछ में अंकित ने शिवेंद्र सिंह उर्फ कुक्कू, संदीप उर्फ रिक्की यादव, दीपेंद्र सिंह चौहान, संजू कटियार, प्रदीप सिंह उर्फ बंगाली और जय कुमार तिवारी उर्फ बड़े बउवन के शामिल होने की बात कबूल की है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

लग्जरी गाडि़यां कर रही थीं स्कार्ट

कन्नौज पुरानी ठठिया स्थित ठठिया रैफ्रिजरेशन कोल्ड स्टोरेज सतीश जाटव और अनुराग का है। इसी कोल्ड स्टोरेज से शिवेंद्र और संजू ने आलू खरीदे थे। डाला ड्राइवर संतोष के मुताबिक 5 जनवरी की रात कन्नौज से आठ डाले में आलू के बोरे लादकर वे लखनऊ के लिए चले थे। डाले के साथ ही शिवेंद्र की फार्चूनर गाड़ी और जय कुमार की सफारी गाड़ी आलू लदे ट्रक के आगे चल रही थी। आगरा एक्सप्रेस वे से होते हुए वे लोग लखनऊ पहुंचे। जहां गाड़ी माल एवन्यू स्थित एक ऑफिस में खड़ी की गई। साजिश को अंजाम देने के लिए इस ऑफिस में मौजूद कुछ लोगों की मदद भी ली गई। हर डाले पर बैठा व्यक्ति बोरा खोल कर सड़क पर आलू फेंकता जा रहा था।

10 हजार नंबर का खंगाला गया रिकॉर्ड

विधानभवन व 1090 चौराहे के पास लगे सीसी कैमरों में हाफ डाले से आलू फेंकते हुए लोग नजर आए थे। सीओ हजरतगंज अभय मिश्र के मुताबिक फुटेज के आधार पर तलाश शुरू की गई। उसी दरमियान एनेक्सी के बाहरी हिस्से में लगे एक कैमरे की फुटेज में रात 3.41 बजे बरामद हुए डाले का नंबर साफ नजर आ गया। नंबर के आधार पर आरटीओ से संपर्क कर उसके मालिक का पता लगाया गया। यह डाला कन्नौज निवासी संतोष पाल का निकला। संतोष का नंबर सर्विलांस पर लिया गया तो घटना वाले दिन उसकी लोकेशन लखनऊ में मिली। इस पर सर्विलांस सेल व हजरतगंज पुलिस की टीम रवाना की गई। साजिशकर्ता को पकड़ने के लिए पुलिस ने करीब 10 हजार मोबाइल नंबरों पर काम किया।

किसानों के संघर्ष का उठाया फायदा

माल एवन्यू से निकलने के बाद सबसे पहले 1090 चौराहे के पास सड़क पर आलू फेंके गए। इसके बाद विधानभवन, कैंट रोड और वीवीआईपी गेस्ट हाउस के सामने आलू फेंक कर साजिशकर्ता आगरा एक्सप्रेस वे होते हुए वापस कन्नौज लौट गए। हजरतगंज पुलिस की गिरफ्त में आए अंकित सिंह चौहान ने साजिश से पर्दा हटाया। उसने बताया कि वह कांट्रेक्टर है और छोटे-छोटे काम करता है। वह शिवेंद्र सिंह उर्फ कुक्कू का करीबी है। उसके मुताबिक आलू किसान फसल का सही दाम नहीं मिलने से नाराज थे। इसी बात का फायदा उठाने के लिए साजिश रची गई।

हाफ डाला ड्राइवर को नहीं मिले पूरे पैसे

आलू कांड में पकड़े गए हाफ डाला के ड्राइवर संतोष पाल ने बताया कि संदीप उर्फ रिक्की यादव ने आलू फेंकने के लिए आठ हाफ डाला हायर किया था। उन्हें प्रति गाड़ी 4 हजार रुपये देने का वादा किया गया था लेकिन डीजल का मात्र 15 सौ रुपये ही दिया गया। वापसी के बाद जब उन्होंने पैसों की डिमांड की तो उन्हें धमका कर भगा दिया गया।

हाई सिक्योरिटी जोन में आलू फेंकने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस साजिश में करीब आधा दर्जन लोग शामिल थे। उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। आरोपियों के खिलाफ पहले ही हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज है।

- दीपक कुमार, एसएसपी