- सिर्फ बयान नहीं काम होना चाहिए

- नाला उड़ाही को लेकर कई लेवल पर तैयार टीम नहीं कर पाई कार्रवाई

- उड़ाही का होना था वीडियो रिकॉर्डिग, मगर ऐसा कुछ नहीं हो रहा है

- डिप्टी निगम कमिश्नर उस समय कमिश्नर के चार्ज में थे, आज सफाई का है पूरा जिम्मा फिर भी चुप

PATNA : नाला उड़ाही को लेकर कई सवाल खड़े होने लगे है। इसमें बरती जा रही लापरवाही का खामियाजा एक बार फिर से पटनाइट्स को भुगतना पड़ सकता है। क्योंकि मई शुरू हो चुका है। प्रक्रिया इतनी धीमी रही है कि उड़ाही के नाम पर सिर्फ कुछेक एरिया के नाले का शिल्ट निकाला गया, जबकि अब तक कई बड़े नाले की सफाई का काम पूरा हो जाना चाहिए था मगर ऐसा नहीं हो पाया है। दो महीने पहले फरवरी में नाला उड़ाही को लेकर तत्कालीन नगर आयुक्त और वर्तमान अपर नगर आयुक्त सफाई शीर्षत कपिल अशोक ने जमकर नाला उड़ाही को लेकर बयान दिया था। इन्होंने कहा था कि अब तक जितनी भी प्रक्रिया अपनाई जा रही है उस हिसाब से इस बार नाला उड़ाही टेक्निकली रूप से बेहतर होगी और इस दौरान किसी भी लापरवाही का ऑन द स्पॉट या ऑफ द स्पॉट वेरिफिकेशन भी करवाया जाएगा।

टीम बनी, पर काम नहीं हुआ

इस दौरान शीर्षत कपिल अशोक ने हर सर्किल के लिए अलग-अलग ऑफिसर्स की तैनाती की थी। इनका काम हर दिन नाला सफाई की मॉनिटरिंग करना था। साथ ही हर नाले की मॉनिटरिंग करने के लिए लोकल लेवल पर एक टीम बनानी थी जो नाला उड़ाही को लेकर जानकारी देती रहती और उड़ाही की प्रक्रिया अपनी आंखों के सामने करवाती। यही नहीं सफाई की प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिग भी करवाया जाना था ताकि यह पता चल पाए कि किस लेवल पर कहां गलती हुई है। मगर ये सब बयान बनकर ही रह गया। हकीकत है कि तमाम बड़े नाले की हालत खराब बनी है।

कब-कब क्या हुआ

फरवरी फ‌र्स्ट वीक

शीर्षत कपिल अशोक ने नाला उड़ाही के लिए चारों सर्किल के लिए चार ऑफिसर की नियुक्ति की थी। इसमें चंद्रशेखर आजाद को बांकीपुर सर्किल, आरती कुमारी को एनसीसी, डाक्टर महेंद्र को पटना सिटी और सुधीर कुमार को कंकड़बाग दिया गया था। इनका काम नाला उड़ाही की जांच करना था।

अपडेट - इन चारों सर्किल में नाला उड़ाही की मॉनिटरिंग करने वाले ऑफिसर पर पहले से ही काफी जबावदेही है। इससे ये लोग नाला उड़ाही की मॉनिटरिंग सेकेंड्री लेवल पर रखे हुए हैं। इस कारण नाला उड़ाही की सही से मॉनिटरिंग नहीं हो पाती है।

फरवरी फ‌र्स्ट वीक

शीर्षत कपिल ने वार्ड लेवल पर निगरानी समिति बनाने के लिए एग्जीक्यूटिव ऑफिसर को आदेश दिया। इसमें सिविल सोसायटी और काउंसलर रहेंगे। जो हर वार्ड में नाला उड़ाही की देखरेख करेंगे।

अपडेट - यह काम एग्जीक्यूटिव ऑफिसर को करना था। एक-दो वार्ड को छोड़ दिया जाए तो अब तक किसी भी वार्ड में निगरानी समिति का गठन नहीं हो पाया। इस काम में भी लापरवाही बरती जा रही है।

फरवरी सेकेंड वीक

शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि नाला सफाई में लगे कर्मियों की वीडियो रिकॉर्डिग की जाएगी, ताकि यह पता चल पाए कि किस तरह से नाला की सफाई हो रही है।

अपडेट - यह भी एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के लेवल से होना था मगर इस पर भी अब तक काम सही से नहीं हो रहा है। वीडियो रिकॉर्डिग नहीं होने से मनमाने तरीके से नाला उड़ाही करवाई जाएगी। इससे एक बार फिर से पटनाइट्स को भारी जलजमाव से गुजरनाड़ेगा।

नाला उड़ाही को लेकर किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिसे जो काम दिया गया है उसे पूरा करेंगे वरना कार्रवाई की जाएगी।

- शीर्षत कपिल अशोक, अपर नगर आयुक्त सफाई