ऐसी है जानकारी
इस बारे में उनका कहना है कि वैसे तो हर खेल से खिलाड़ियों की फिटनेस ठीक रहती है, लेकिन योग कोई भी कर सकता है और इसे खेल के रूप में मान्यता देकर केंद्र सरकार ने भारतीय संस्कृति को एक नई पहचान दी है। इतना ही नहीं मंत्रालय ने साथ में बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में अतीत के प्रदर्शन को देखते हुए तलवारबाजी जैसे खेल को अपग्रेड कर दिया है। अब तलवारबाजी को 'अन्य' से 'सामान्य वर्ग' में रखा गया है।

विश्वविद्यालय खेलों को रखा जाएगा प्राथमिकता में
इसके साथ ही 'विश्वविद्यालय खेलों' को प्राथमिकता वर्ग में रखने का फैसला लिया गया है। मंगलवार को मंत्रालय ने विभिन्न खेलों के वर्गीकरण की समीक्षा की। इस क्रम में कई खेलों के वर्गों में संशोधन किया गया। 'सामान्य' वर्ग के खेलों को जैसे के तैसे ही बरकरार रखा गया है। इस वर्ग में शामिल होने की पात्रता और इसके अंतर्गत मिलने वाली वित्तीय सहायता के बारे में जानकारी अभी जारी नहीं की गई है, उसे बाद में जारी किया जाएगा।

खेल मंत्रालय ने किया फैसला
वहीं अब युवा मामलों और खेल मंत्रालय ने इस बात का फैसला किया है ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स जैसी बहु खेल प्रतियोगिताओं में शामिल खेल और वह खेल जिसमें ओलिंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स या उस खेल की एशियाई और विश्व चैंपियनशिप में अगर व्यक्तिगत स्पर्धा में आठवीं तक और टीम स्पर्धा में 10वीं स्थान तक हासिल किया जाता है तो उसे 'सामान्य' वर्ग में रखा जाएगा। साथ ही ये भी बताया गया है कि इस वर्ग की राष्ट्रीय चैंपियनशिप का खर्चा पूरी तरह से सरकार उठाएगी। एक साल में भारत में एक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता का खर्चा भी उठाया जा सकता है और साल में एक बार सीनियर और जूनियर दोनों स्तर पर अधिकतम एक विदेशी दौरे का खर्च उठाया जा सकता है।

Hindi News from Sports News Desk