देश में लागू हो चुका है सेंट्रल ई-वे बिल, पहले दिन बिना किसी दिक्कत के जेनरेट हुआ ई-वे बिल
ALLAHABAD: अब अपने स्टेट के अलावा अदर स्टेट में माल भेजने से पहले व्यापारियों को सेंट्रल ई-वे बिल पोर्टल पर जाकर ई-वे बिल जेनरेट करना होगा। इसके बाद ही माल का परिवहन हो सकेगा। जिन व्यापारियों ने अभी सेंट्रल ई-वे बिल पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उन्हें तत्काल कराना होगा। 50 हजार रुपये से अधिक का माल अदर स्टेट में भेजने के लिए अब सेंट्रल का ई-वे बिल मस्ट है। एक अप्रैल से इंटर स्टेट ई-वे बिल लागू हो गया है।
एक फरवरी को हुआ था फेल
एक फरवरी को सेंट्रल ई-वे बिल लागू होने के बाद उसी दिन फेल हो गया था। अब जीएसटी काउंसिल ने एक बार फिर सेंट्रल का ई-वे बिल जारी किया है। स्टेट ई-वे बिल की व्यवस्था अग्रिम आदेश तक स्थगित कर दी गई।
पहले दिन नहीं हुई कोई दिक्कत
पहले दिन पोर्टल बिना किसी दिक्कत के रन करता रहा। कई व्यापारियों ने ई-वे बिल जेनरेट भी किया। ई-वे बिल पोर्टल सही चल रहा है या नहीं, इसका पता कुछ दिन बाद चलेगा। जब बड़ी संख्या में व्यापारियों द्वारा ई-वे बिल जेनरेट किया जाएगा।
इस तरह कराएं रजिस्ट्रेशन
- सेंट्रल के ई-वे बिल पोर्टल- ewaybillgst.gov.in पर करें इंटर
- इंटर करने के बाद डालें अपना जीएसटी नंबर
- जीएसटी नंबर डालने के बाद आएगा ट्रेड का ऑप्शन
- फिर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आएगी ओटीपी
- ओटीपी इंटर करने के बाद ई-वे बिल पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन हो जाएगा
जीएसटी काउंसिल ने व्यापारियों की समस्या का समाधान करने के लिए सेंट्रल ई-वे बिल लागू कर दिया है। अब व्यापारियों को भी रजिस्ट्रेशन कराकर ई-वे बिल जेनरेट करने के बाद ही स्टेट के बाहर माल भेजना होगा। स्टेट का ई-वे बिल फिलहाल अग्रिम आदेश तक स्थगित है।
संतोष पनामा
संयोजक
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार कल्याण समिति
पहले दिन तो ई-वे बिल पोर्टल ने बेहतर तरीके से काम किया। लेकिन अवकाश का दिन होने के कारण बिजनेस कम हुआ, मंडे से जब फुल स्पीड में वर्क शुरू होगा तब पोर्टल की स्थिति का पता चलेगा।
महेंद्र गोयल
प्रदेश अध्यक्ष
कैट