- उपद्रवी प्रत्याशी और समर्थकों को पुलिस ने थाने में बैठाया

- फिजिकली असमर्थ बुजुर्गो में भी वोटिंग का उत्साह दिखा

BAREILLY:

प्रथम चरण से सबक लेते हुए प्रशासन और पुलिस अमला ट्यूजडे को हुए सेकेंड चरण में मारपीट और पथराव जैसी घटना तो रोकने में कामयाब रहा। लेकिन, फर्जी वोटिंग पर रोक नहीं लगा पा रहा है। फतेहगंज पश्चिमी के पट्टी में बने मतदान केंद्र पर फर्जी वोटिंग किए जाने की सूचना रही। फर्जी वोटिंग रूकवाने के लिए लोगों ने सेक्टर मजिस्ट्रेट और एसडीएम को भी दी। वहीं कई मतदान केंद्र पर लाइटिंग की व्यवस्था नहीं होने से मतदाताओं को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ा। हालांकि, पिछली घटनाओं से सबक लेते हुए प्रशासन और पुलिस अमला पूरी तरह से अलर्ट रहा।

बवाल न हो इस लिए बैठा लिया थाने

मतदान के दौरान किसी प्रकार का बवाल न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन ने उपद्रवियों को थाने ही बैठा लिया। मतदान के एक दिन पहले मीरगंज के नथपुरा में बवाल करने वाले जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी और पूर्व ब्लॉक प्रमुख के पति बाबू सिंह को पुलिस ने सुबह पांच बजे से ही थाने बैठाये रखा। वहीं मीरगंज के ही एक मतदान केंद्र प्राथमिक विद्यालय परौरा में ग्राम प्रधान के प्रत्याशी पैसे के दम पर चुनाव जीतने की तैयारी में दिखे। संबंधित केंद्र पर प्रधान प्रत्याशी के एक समर्थक बृजपाल सागर ने ड्यूटी में लगे मतदानकर्मियों को पैसा देना चाहा। इस बात की शिकायत कर्मियों ने सेक्टर मजिस्ट्रेट से कर दी। जिसके बाद बृजपाल सागर को पुलिस उठा कर थाने ले गयी। हालांकि, कुछ देर बार बृजपाल सागर को पुलिस ने छोड़ दिया।

घर में सब शिक्षित उम्मीदवार साक्षर

फतेहगंज पश्चिमी के अक्सौरा एक अजीब मामला देखने को मिला। ग्राम प्रधानी का चुनाव लड़ रही विमला देवी के घर में सब पढ़ लिखे हैं। यहां तक की पति डॉ। प्रताप सिंह पीएचडी होल्डर, बीपीएड, एमए गोल्ड मेडलिस्ट, ससुर ओम प्रकाश रिटायर टीचर, ननद राधा रानी सहायक अध्यापक, देवर ज्ञान प्रकाश जूनियर हाई स्कूल में अनुदेशक है। वहीं ग्राम प्रधानी की चुनाव लड़ रही विमला देवी साक्षर है। इन्हें सिर्फ अपना नाम लिखने आता है। पति का नाम भी लिखना इनके लिए टेढ़ी खीर है। हालांकि, चुनाव जीतने के बाद यह गांव के लिए क्या करेगी इस सवाल पर विमला देवी ने कहा कि वह विधवाओं को पेंशन, हैंडपंप लगवाना, नाले बनवाना और रोड बनवाने जैसी बातों पर जोर देने की बात कही।

बुजुर्गो में दिखा गजब का उत्साह

वोटिंग के प्रति बुजुर्गो में भी गजब का उत्साह देखने को मिला। प्राथमिक विद्यालय नथपुरा मतदान केंद्र पर वोट देने पहुंची 72 वर्षीय सुखदेई अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर काफी खुश दिखी। पैरों से चल पाने में असमर्थ सुखदेई अपने नाती की गोद में मतदान केंद्र तक पहुंची थी। सुखदेई ने बताया कि अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए मैंने बहुत पहले ही सोच लिया था। मैंने ऐसे प्रत्याशी

को वोट दिया जोकि, आपराधिक श्रेणी का नहीं है। साथ ही गांव की भलाई के लिए भी कुछ कर सके। वहीं दूसरी ओर मीरगंज के परौरा, फतेहगंज पश्चिमी के भमोरा मतदान केंद्र पर भी बुजुर्ग मतदाताओं की लंबी लाइन वोट देने के लिए लगी रही।

नहीं सुधर रही व्यवस्था अंधेरे में दे रहे वोट

चुनाव दर चुनाव सम्पन्न होने के बाद भी मतदान केंद्र पर लाइटिंग की व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। ग्राम प्रधानी और सदस्य पद के सेकेंड चरण के चुनाव में भी कई केंद्रों पर अंधेरे में मतदान हुआ। शाम के वक्त मौसम अचानक खराब होने से मतदान केंद्रों पर घनघोर अंधेरा छा गया। लिहाजा, लाइटिंग की व्यवस्था न होने से वोटिंग करने में मतदाताओं को काफी दिक्कत हुई खासकर, बुजुर्ग मतदाताओं को। हालांकि, मतदाताओं की शिकायत पर भमैरा सहित अन्य मतदान केंद्र पर आनन-फानन में पेट्रोमैक्स और अन्य ऑल्टरनेटिव व्यवस्था कर मतदान कराया गया।