आगरा। बहुचर्चित पनवारी मामले में मंगलवार को होने वाले फैसले पर फिलहाल जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजीव लोचन महरोत्रा ने रोक लगा दी है। रोक का आदेश भरत सिंह की ओर से दायर प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के बाद लिया गया। इस मामले में चौ। बाबूलाल और अन्य लोग आरोपी हैं।

पनवारी का है बहुचर्चित मामला

यह मामला आगरा के पनवारी गांव का है। 1990 में पनवारी क्षेत्र के रहने वाले दलित चोखे लाल की पुत्री की बारात चढ़ाने को लेकर बवाल हो गया था। पुलिस ने इस मामले में फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र से मौजूदा सांसद और जाट समाज के प्रमुख नेता चौधरी बाबूलाल को आरोपी बनाया था।

सुनवाई को लगाया था प्रार्थना पत्र

इस मामले में चोखे लाल के पुत्र भरत सिंह ने अपने अधिवक्ता की मदद से जिला एवं सत्र न्यायाधीश के समक्ष प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। प्रार्थना पत्र के अनुसार इस मामले में अभी कई लोगों की गवाही होनी है। इस तर्क पर सुनवाई के बाद न्यायाधीश 14 अप्रैल को होने वाले फैसले को फिलहाल टालने के आदेश पारित किए हैं।