-पप्पू यादव ने कहा, आईएमए और भासा पर लगाया राजनीति करने का आरोप

-सुशील मोदी करते हैं पूंजीपतियों की दलाली

PATNA: 8भ् फीसदी डॉक्टर नरपिचास और जल्लाद हैं। ये बयान दिया है सहरसा के एमपी पप्पू यादव ने। पटना में पप्पू यादव ने संडे को कहा कि क्भ् फीसदी को छोड़ सारे के सारे डॉक्टर्स नरपिचास और जल्लाद हैं। कुछ दिनों पहले सहरसा में भी उन्होंने डॉक्टरों पर निशाना साधा था।

आईएमए और भासा भी निशाने पर

पप्पू यादव ने इंडियन मेडिकल काउंसिल और बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ को भी निशाने पर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि ये दोनों संगठन राजनीति करते हैं। इन्हें अपने गिरेबां में झांक कर देखना चाहिए। सुशील मोदी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि सुशील मोदी पूंजीपतियों की दलाली करते हैं। कहा कि राजनीति को वेश्या बना दिया गया है। राजनीति करने वाले बडे़ वीलेन हो गए हैं। मेरे सामने रास्ता मिले तो हम राजनीति छोड़ दें।

क्फ् को जन अदालत लगाएंगे

एमपी पप्पू यादव ने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने और डॉक्टरों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए क्फ् अक्टूबर को सहरसा के पटेल मैदान में जन अदालत लगाएंगे। इसमें कोसी समेत राज्य भर से लोग शरीक होंगे। एमपी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को डॉक्टरों को मानना होगा। नर्सिंग होम एक्ट का कड़ाई से पालन करना होगा। आइएमए भी सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों से बंधा है और उसके विपरीत नहीं जा सकता है।

अभियान के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा

उन्होंने कहा कि हमारे इस अभियान के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है। ऐसे लोग डॉक्टरों की मनमानी और उनके अमानवीय व्यवहार के समर्थक हैं और अब उनके पक्ष में खुलकर आ रहे हैं। हमने इस मुद्दे को जनता की अदालत में ले जाने का निर्णय लिया है और अब जनता ही तय करेगी कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इस आंदोलन को कैसे संचालित किया जाए। एमपी ने कहा कि सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों की दशा सुधारने की मांग हमने सरकार से की है। सरकारी स्वास्थ्य सेवा में सुधार कर बहुत हद तक निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों पर अंकुश लगाया जा सकता है।

पप्पू यादव और उनकी पत्नी दोनों एमपी हैं। उनको नियम सम्मत बात कहनी चाहिए। उनका आकलन गलत है। डॉक्टरों ने जेल में भी उनकी बड़ी सेवा की है। उनका बयान आश्चर्य में डालने वाला है।

- राजीव रंजन, अध्यक्ष, आईएमए

पप्पू यादव सम्मानित्व आदरणीय हैं। हमलोग साधारण लोग हैं सभ्य लोग हैं। हम पप्पू यादव की तरह गाली-गलौज जैसी भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकते। हम उनकी भाषा पर आश्चर्यचकित हैं। वे खुद अपना इलाज दिल्ली में कराते रहे। मधेपुरा की जनता के साथ वे न्याय नहीं कर रहे। सहरसा व मधेपुरा में दो मेडिकल कॉलेज खुले, पर वहां डॉक्टर नहीं मिल रहे। वहां डॉक्टर तो दिलवाएं। दवा का दाम हम नहीं तय करते सरकार तय करती है। सरकार के हिस्सा हैं पप्पू यादव। कब उन्होंने स्वास्थ्य का मुद्दा सदन में उठाया है।

डॉ। अजय कुमार, कनवेनर, भासा