-डेढ़ लाख मंथली मेंटीनेंस के बाद बदहाल मिला सूरजकुंड पार्क

-जानवरों की आरामगाह बना जिमखाना पार्क, आधा दर्जन पार्क गंदे

-नगरायुक्त ने किया पार्को का निरीक्षण, अधीनस्थों को फटकारा

Meerut: शहर के जिन पार्को पर नगर निगम हर माह लाखों रुपए खर्च कर रहा है, वो पार्क वास्तव में बदहाली के आंसू बहा रहे हैं। शहर की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण कर रहे नगर आयुक्त को सूरजकुंड पार्क, डिफेंस एन्क्लेव पार्क, जिमखाना मैदान और राधा गार्डन आदि पार्क बदहाल हालत में मिले। नगरायुक्त ने शनिवार को पार्को का दौरा कर मेंटीनेंस घोटाले का खुलासा किया है।

कांट्रेक्टर का रोका भुगतान

दरअसल, नगर निगम की ओर से शहर दर्जनों पार्क मेंटीनेंस के लिए आउट सोर्स पर दिए गए हैं। इसके लिए विभाग आउट सोर्स वाली कंपनियों को हर माह लाखों का भुगतान करता है। नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह ने शहर के पार्को का निरीक्षण किया तो हालात बदतर मिले। सूरजकुंड पार्क में गंदगी फैली मिली। जबकि उक्त पार्क का रखरखाव ब्रिजेश कुमार ठेकेदार द्वारा 1.58 लाख रुपये मासिक खर्च पर किया जा रहा है। नगर आयुक्त ने कांट्रेक्टर के भुगतान पर रोक लगा दी है। ऐसा ही हाल जीमखाना मैदान और राधा गार्डन का मिला। यहां नगर आयुक्त को जंगली जानवर आराम करते मिले।

रखरखाव के नाम पर घोटाला

नगर निगम अफसर शहर में दर्जनों पार्को का रखरखाव निजी एजेंसियों से आउटसोर्सिग पर कराते हैं। इस काम में हर महीने लाखों रुपये का खेल किया जा रहा है। पार्क बदहाल हैं तथा एक-एक पार्क के नाम पर लाखों का का भुगतान हर महीने हो रहा है। जागृति विहार सेक्टर 8 के पार्क में एंबुलेंस व अन्य निजी वाहन खड़े मिले। जिन्हें नगर आयुक्त ने अपने सामने ही हटवाया। पार्को की बदहाली पर नाराज नगर आयुक्त ने उद्यान प्रभारी से नाराजगी जताई तथा तत्काल सुधार के निर्देश दिए। नगर आयुक्त के निरीक्षण में खेल की पोल खुलने से निगम अफसरों को पसीना आया हुआ है।

शहर में मिले कूड़े के ढेर

निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त को शहर में कूड़े के ढेर लगे मिले। हंस इंजीनियरिंग चौराहे से संक्रामक रोग अस्पताल के बीच ही कई स्थानों पर कूड़े के ढेर मिले। गढ़ रोड पर पशु अस्पताल से गुलमर्ग सिनेमा तक कई स्थानों पर कूड़े के ढेर लगे थे। राधा गोविंद मंडप व गांधी आश्रम के पास कूड़ा फैला मिला। सफाई के बड़े बड़े दावे करने वाले नगर स्वास्थ्य अधिकारी को उन्होंने इस लापरवाही पर फटकार लगाई तथा सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

पार्को के रखरखाव में कोताही बरती जा रही है। संबंधित कांट्रेक्टर का भुगतान रोका गया है। अब कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

-उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त