कांग्रेस ने छोड़ा सदन

अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर डील में कथित रिश्वतखोरी के मामले में राज्यसभा में बुधवार को जमकर हंगामा होता रहा। हैलीकाप्टर सौदे को लेकर यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को संसद में कहा कि मौजूदा जांच उन पर सभी लोगों को केन्द्र में रख कर की जायेगी, जिनका नाम इटली की अदालत के फैसले में आया है। साथ ही उन्होंने यह कहा कि एक अदृश्य हाथ की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए जिसने पहले इस मामले की समुचित जांच को रोका। इस मामले पर बोलते हुए रक्षा मंत्री ने सरकार की ओर से पक्ष रखते हुए कहा कि मामले में सारे तथ्य कैग रिपोर्ट पर आधारित हैं। सिंघवी को घेरते हुए पर्रिकर ने कहा कि उनके पास जानकारी का अभाव है, लेकिन वे वकील अच्छे हैं। मार्च 2005 के बाद से एक ही कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए सौदे की शर्तें बदली गईं। उन्होंने कहा कि 2012 में पहली रिपोर्ट में डील पर सवाल उठे और 2014 में सरकार ने कंपनी पर कदम उठाना शुरू किया। पर्रिकर के बयान पर खफा कांग्रेस ने सदन से वॉक आउट कर दिया जिसके बाद राज्यसभा को गुरूवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

स्वामी भी रहे कांग्रेस पर हमलावार

बुधवार को सदन की कार्रवाई के दौरान भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी तथ्यों के साथ यूपीए सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि अगस्ता मामले में भ्रष्टाचार हुआ है। स्वामी ने इस मामले में सवाल उठाते हुए कहा कि हेलिकॉप्टर सौदे के लिए 6 गुनी कीमत क्यों दी गई? एंटनी ने 793 करोड़ की डील तय की थी लेकिन बाद में डील 4877.5 करोड़ पर हुई। जब डील 8 हेलिकॉप्टर की थी तो 12 हेलिकॉप्टर की डील क्यों की गई? स्वामी ने कहा कि यूपीए ने अगस्ता वेस्टलैंड डील में हेलिकॉप्टर के उड़ान की ऊंचाई घटाई, ताकि अगस्ता के साथ सौदा करने में आसानी हो सके। केबिन के ऊंचाई की भी शर्त बदली गई। अगस्ता के साथ डील करने के लिए शर्तों में बदलाव किया गया। स्वामी ने कहा कि जिन्होंने इस डील में शर्तों में बदलाव किया है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। किसके कहने पर एंटनी ने सलाह नहीं मानी। क्या मनमोहन सिंह ने आदेश दिए थे? इसके अलावा खरीदे गए हेलिकॉप्टर का ट्रायल क्यों नहीं किया गया।

जब उपसभापति को स्वामी को टोकना पड़ा

स्वामी ने कहा कि एनडीए ने हेलीकॉप्टर खरीद की प्रक्रिया जरूर शुरू की थी, लेकिन एनडीए ने अगस्ता के उड़ान की उंचाई कम नहीं की थी। अपने भाषण में उन्होंने क्रिश्चियन मिशेल का खत भी पढ़ा। उन्होंने कहा कि खत में सोनिया के नाम का जिक्र है। स्वानी ने मिशेल के खत में एपी नाम के शख्स का जिक्र किया। खत में एपी को एक निजी सचिव बताया गया है। वहीं, खत में सोनिया को ड्राइविंग फोर्स बताया गया है। एपी और सोनिया के नाम का जिक्र होते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया। खुद उपसभापति ने स्वामी को टोका। उपसभापति ने खत की सत्यता साबित करने को कहा है। स्वामी ने कहा कि वे इसकी सत्यता साबित करने को तैयार हैं। बता दें कि क्रिश्चियन मिशेल अगस्ता मामले में बिचौलिया हैं।

आनंद शर्मा ने दिया जवाब

सुब्रह्मण्यम स्वामी के बोलने के बाद कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने स्वामी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि किसी बिचौलिये के खत में किसी का नाम आ जाने से क्या वह आरोपी हो जाएगा। एक खत में नाम लिख देने से क्या वह आरोपी बन जाएगा? शर्मा ने कहा सदन में पिछले कुछ दिनों से जो हो रहा है वह मिथ्या प्रचार, लोगों को गुमराह करने का, नाम बदनाम करने का काम है। आनंद शर्मा ने स्वामी के आरोपों को निराधार बताते हुए दूसरे हेलीकॉप्टर के ट्रायल की बात को गलत बताया। उन्होंने ने कहा कि सही हेलीकॉप्टर का ट्रायल हुआ था। और तो और यूपीए सरकार ने जब इस डील में गड़बड़ी देखी तब तत्कालीन सरकार ने अपने स्तर पर हर संभव कदम उठाया। इटली की कोर्ट में केस किया गया। वहां से 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा वापस आए और तीन हेलीकॉप्टर पहले ही आ चुके थे।

कंपनी और भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई हो: एंटनी

पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि यूपीए सरकार ने पहली छह कंपनियों को ब्लैकलिस्ट करने का काम किया। ये सभी अंतरराष्ट्रीय बड़ी कंपनी थीं। भ्रष्टाचार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं था। एंटनी ने कहा कि हेलीकॉप्टर की ऊंचाई कम करने का निर्णय एनडीए के कार्यकाल में पीएमओ ने लिया। इसी समय 6000 से 4000 फीट की ऊंचाई की गई। वहीं, 8 से 12 हेलीकॉप्टर खरीदने का निर्णय इसलिए बदला गया ताकि चार डिफेंस के काम के लिए प्रयोग में लाए जा सकें और 8 वीआईपी के प्रयोग में लाए जाने थे। हमें जैसे ही केस से जुड़े कागज मिले हमने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए। उन्होंने कहा कि कार्रवाई करना वर्तमान सरकार का काम है। कंपनी पर एक्शन लें। भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करें। कंपनी को किसी भी प्रोजेक्ट के लिए न बुलाएं यहां तक कि मेक इन इंडिया के लिए भी नहीं।

इस मामले में कुछ नहीं निकलेगाः शरद यादव

जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने कहा कि ''किसी पर गलत आरोप लगाने की जरूरत नहीं है। आरोप साबित भी होना चाहिए, अगर आरोप साबित नहीं होता है तो इस मामले में बिना वजह लोगों को बदनाम किया जा रहा है। शरद यादव ने कहा कि मैं चुनौती के साथ कह रहा हूं कि इस मामले में कुछ नहीं निकलेगा, इसके अलावा भी देश में कई ऐसे मुद्दे हैं जिन पर सदन में चर्चा जरूरी है।''

जांच पूरी होने के बाद चर्चा होनी चाहिए थीः मायावती

वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि अगस्ता मामले में जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद इस मसले पर चर्चा होनी चाहिए थी। सरकार के पास दो साल का समय था, सरकार चाहती तो अब तक जांच करवा लेती। जो तथ्य सामने आते, उसके बाद चर्चा होती तो उचित होता। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण में कुछ संशय ही नजर आ रहा है।

कुछ ने सराहा कुछ ने नकारा

भाजपा सांसद भूपेंद्र यादव ने मसले को गंभीर बताते हुए कहा कि रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने रक्षा सौदों के लिए अच्छा काम किया है। यादव ने सौदे से जुड़े घटनाक्रम में जानकारी देते हुए कहा कि मामले में चर्चा जरूरी है क्योंकि ये सीधे मिलिट्री और रक्षा सौदों की खरीद से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि अगस्ता वैस्टलैंड को सुविधाजनक तरीके से पिछले दरवाजे से एंट्री दी गई। वहीं कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड मामले में इटली के कोर्ट के फैसले का गलत अर्थ निकाला गया। इससे पहले राज्यसभा में चर्चा शुरू होते ही हंगामा हो गया। इस मुद्दे पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने जैसे ही बोलना शुरू किया तभी कांग्रेस के सांसदों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस ने कहा कि मामले में भाजपी की नीयत खराब लग रही है। अब लोकसभा में इस मामले पर 6 मई को चर्चा होगी। अगस्ता पर सदन में विस्तार से चर्चा में कुछ नए तथ्य सामने आ सकते हैं। उधर स्वामी ने ट्वीट कर आज इस मामले पर चर्चा पर निगाह रखने को कहा है।

inextlive from India News Desk

National News inextlive from India News Desk